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इंजीनियर मुख्यमंत्री का जातिवादी चेहरा उजागर, जाति के नाम पर करा रहे हैं प्रधानमंत्री को अपमानित,

05:13 AM Oct 16, 2023 IST | SAGAR KAPOOR

पटना : विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बिहार की महागठबंधन सरकार पूरी तरह विफल हो गई है और विफलता को छिपाने के लिए जाति के नाम पर अनाप शनाप वयान दिला रही है।
श्री सिन्हा ने कहा कि देश के संबैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति पर जाति के नाम पर टिप्पणी कर जदयू ने अपना वीभत्स चेहरा उजागर कर दिया है।विकास, नयी सोच, आधुनिकता औऱ ज्ञान-विज्ञान की वात करने वाले बिहार के इंजीनियर मुख्यमंत्री ने अपने दल से प्रधानमंत्री की जाति पर आक्षेप कराकर यह सिद्ध कर दिया है कि ये जातिवादी सोच औऱ सिद्धान्त को ही मानते हैं।इनके दल ने इनके मुखौटा को उजागर कर दिया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ सबका विकास सिद्धान्त पर चलते हैं।उनके लिए सबसे बड़ी जाति देश का गरीब है जिनके उत्थान के लिये दिन रात परिश्रम करते हैं।2020 के चुनाव परिणाम में 45 सीट मिलने पर भी प्रधानमंत्री के निदेश पर भाजपा ने नीतीश कुमार को अपने कंधों पर बैठाकर राज्य का मुख्यमंत्री बनाया।
श्री सिन्हा ने कहा कि जदयू के द्वारा ललन सिंह औऱ नीरज कुमार से प्रधानमंत्री पर टिप्पणी कराई जा रही है जो एक ही समाज से आते हैं।नीतीश कुमार इनको मंत्री नहीं बनाए।एक थे उन्हें भी हटा दिया गया।ललन बाबू औऱ नीरज कुमार से समाज पूछता है।मुख्यमंत्री इनका उपयोग प्रधानमंत्री को अपमानित कराने के लिए कर रहे हैं।ये दोनों जदयू का लठैत के रूप में फल फूल रहें हैं।निराशा में ये अनाप शनाप बयान दे रहे है। समाज नीतिश कुमार की साजिस से अबगत है।ललन बाबू और नीरज कुमार को यह पता होना चाहिए कि आपका समाज हृदय से प्रधानमंत्री का सम्मान करता है।आपका समाज आपके आचरण के कारण आपको बहिष्कार कर देगा। हर समाज में अधिकतर लोग माननीय प्रधानमंत्री जी के प्रशंसक हैं। इसलिए दूसरे के इशारे पर अपनी विश्वसनीयता खत्म न करें।
श्री सिन्हा ने कहा कि समाज में जाति के नाम पर लोगों को विभाजित कर राज करने का इनका खेल से अगड़ा, पिछड़ा, अतिपिछड़ा औऱ अल्पसंख्यक समुदाय परिचित हो चुका है।इनके बहकाबे में अब लोग नहीं आएंगे।सुशासन के नाम पर अब कुशासन का बोलबाला है।जंगलराजवालों के साथ गठजोड़ कर अब राज्य को बदहाली में धकेल दिये हैं।राज्य की जनता देख रही है।अगले चुनाव में इनका राजनीतिक अंत

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