चट मिली जमानत और पट जेल के अंदर... जिग्नेश मेवाणी को बड़ा झटका! जानें क्या है नया मामला
गुजरात कांग्रेस के विधायक जिग्नेश मेवाणी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ट्वीट के मामले में असम की एक अदालत द्वारा जमानत दिए जाने के ठीक बाद एक नए मामले में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया।
11:17 AM Apr 26, 2022 IST | Desk Team
गुजरात कांग्रेस के विधायक जिग्नेश मेवाणी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ट्वीट के मामले में असम की एक अदालत द्वारा जमानत दिए जाने के ठीक बाद एक नए मामले में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। असम की अदालत ने रविवार को ट्वीट मामले में जमानत अर्जी पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था। बता दें कि अब कांग्रेस नेता पर एक महिला पुलिस अधिकारी पर हमला करने और उनके साथ छेड़छाड़ करने का नया मामला दर्ज हुआ है।
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महिला पुलिस अधिकारी ने लगाए छेड़छाड़ के आरोप
असम के बारपेटा की पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत स्वेच्छा से चोट पहुंचाने और एक सरकारी अधिकारी को अपना काम करने से रोकने का आरोप लगाया है। मेवाणी को पहली बार गुरुवार को गुजरात के पालनपुर से असम पुलिस की एक टीम ने गिरफ्तार किया था, जब असम के कोकराझार के एक स्थानीय भाजपा नेता ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। वहीं कांग्रेस नेता मेवाणी ने अपनी गिरफ्तारी को “पीएमओ (प्रधान मंत्री कार्यालय) द्वारा प्रतिशोध की राजनीति” बताया था।
मेवाणी ने अपनी गिरफ्तारी को बताया था साजिश
मेवाणी ने कल कहा था कि “यह भाजपा और आरएसएस की साजिश है। उन्होंने मेरी छवि खराब करने के लिए ऐसा किया है। वे व्यवस्थित रूप से ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने पहले रोहित वेमुला और चंद्रशेखर आजाद के साथ ऐसा किया, अब वे मुझे निशाना बना रहे हैं।” 41 वर्षीय कांग्रेस नेता पर पूजा स्थल से संबंधित अपराध, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और शांति भंग करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है।
जानें क्या था नरेंद्र मोदी ट्वीट केस
अपनी शिकायत में भाजपा नेता अरूप कुमार डे ने आरोप लगाया है कि मेवाणी के ट्वीट से “एक निश्चित समुदाय से संबंधित जनता के एक वर्ग को उकसाने की संभावना है”। एक इंटरव्यू में डे ने कहा कि मेवाणी “अपने पद से लोगों को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं और हमेशा प्रधान मंत्री मोदी के बारे में नकारात्मक बातें बोलते हैं”। भाजपा नेता डे ने कहा कि “हम भाग्यशाली हैं कि हमारे प्रधान मंत्री के रूप में मोदी जी हैं और मेवाणी उनके नाम को हाल की हिंसा से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। क्या इसके लिए प्रधान मंत्री मोदी जिम्मेदार हैं? उनका कहना है कि गोडसे प्रधान मंत्री मोदी का भगवान है, उनके पास इस बात का क्या सबूत है?”
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