प्रखर वक्ता और सर्वप्रिय नेता थीं सुषमा स्वराज
पूर्व विदेश मंत्री, दिल्ली की पूर्व मुख्य मंत्री तथा सात बार सांसद रह चुकीं सुषमा स्वराज ने एक प्रखर वक्ता होने के साथ ही एक ऐसे नेता के ऱप में अपना लोहा मनवाया था जिनका उनके विरोधी भी सच्चे दिल से सम्मान करते थे।
07:08 PM Aug 06, 2019 IST | Shera Rajput
पूर्व विदेश मंत्री, दिल्ली की पूर्व मुख्य मंत्री तथा सात बार सांसद रह चुकीं सुषमा स्वराज ने एक प्रखर वक्ता होने के साथ ही एक ऐसे नेता के रूप में अपना लोहा मनवाया था जिनका उनके विरोधी भी सच्चे दिल से सम्मान करते थे।
Advertisement
हरियाणा के अंबाला में 14 फरवरी 1952 को जन्मी श्रीमती स्वराज ने हरियाणा से ही अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वह दो बार 1977 और 1987 में राज्य की विधानसभा के लिए चुनी गयीं और दोनों मौकों पर कैबिनेट मंत्री रहीं।
Advertisement

1990 में राज्यसभा सदस्य के रूप में उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई। वर्ष 1996 में वह पहली बार लोकसभा के लिए चुनी गयीं।

अपने 40 साल के राजनीतिक जीवन में वह तीन बार राज्यसभा सदस्य और चार बार लोकसभा सदस्य रहीं। उन्हें भारत की पहली महिला विदेश मंत्री होने का सौभाज्ञ प्राप्त हुआ है।
वह भाजपा की पहली महिला राष्ट्रीय प्रवक्ता, पहली कैबिनेट मंत्री, दिल्ली की पहली महिला मुख्यमन्त्री थीं और भारत की संसद में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार पाने वाली पहली महिला भी रही।
Advertisement