बच्चों पर आई नई आफत! तेजी से बढ़ रहा 'टमाटर फ्लू' का खतरा, जानें इसके लक्षण
देश में जहां एक तरफ वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर अभी भी जारी है। तो इसके रोजाना के नए मामलों में उतार-चढ़ाव का सिलसलिा बना हुआ है।
01:57 PM May 11, 2022 IST | Desk Team
देश में जहां एक तरफ वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर अभी भी जारी है। तो इसके रोजाना के नए मामलों में उतार-चढ़ाव का सिलसलिा बना हुआ है। ऐसे में कई लोगों में इस संक्रमण को लेकर अभी भी खौफ बना हुआ है, तो वहीं, दक्षिण भारत में एक अज्ञात बीमारी ने दस्तक दे दी है और उसका प्रकोप अब तेजी से सामने आ रहा है।
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बड़ी संख्या में बच्चों को बना रहा अपना शिकार
फूड पॉइजनिंग की घटनाओं के बीच केरल से चिंता बढ़ाने वाली खबर आई है। राज्य के कई हिस्सों में टमाटर फ्लू के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। अब तक इस वायरल बीमारी ने बड़ी संख्या में बच्चों को अपना शिकार बनाया है। खास बात है कि इन संक्रमितों की उम्र पांच वर्ष से कम है। अनुमान लगाया जा रहा है कि ये आंकड़े अभी और बढ़ सकते हैं।
इन इलाकों में बच्चों की जांच की जा रही
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक 80 से ज्यादा बच्चे इस वायरल बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। केरल के पड़ोसी जिलों में से एक में टमाटर फ्लू को रोकने के लिए मेडिकल टीम कोयंबटूर में प्रवेश करने वालों के बुखार, चकत्ते और अन्य बीमारियों की जांच तमिलनाडु-केरल सीमा पर वालयार में किया जा रहा है। टीम की अगुवाई दो मेडिकल अधिकारी कर रही हैं। इस दौरान खासतौर से बच्चों की जांच की जा रही है। इसके अलावा 24 सदस्यीय एक और टीम गठित की गई है, जो आंगनवाड़ियों में पांच साल से कम उम्र के बच्चों की जांच करेगी।
जानिए क्या होता है टमाटर फ्लू
टमाटर फ्लू एक अज्ञात बुखार है, जो अधिकांश रूप से केरल में पांच साल से कम उम्र के बच्चों में पाया जाता है। इस फ्लू की चपेट में आने के बाद बच्चों के शरीर पर चकत्ते और छाले हो जाते हैं। ये निशान आमतौर पर लाल रंग के होते हैं, जिसके चलते इसे टमाटर फ्लू कहा जाता है।
जानिए क्या है इस बीमारी के लक्षण
इस बीमारी के मुख्य लक्षण चकत्ते, छाले होते हैं, जिनका रंग लाल होता है। साथ ही इस मरीज को त्वचा संबंधी परेशानी और डिहाइड्रेशन भी हो सकती है। इसके अलावा संक्रमित बच्चों को तेज बुखार, बदन दर्द, जोड़ों में सूजन, थकान, पेट में थकान, उल्टी, दस्त, हाथ, घुटनों का रंग बदलना, खांसी, छींकना और नाक बहने जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
इस बीमारी से बचने के ये है कुछ उपाय-
1. संक्रमित बच्चों को हाइड्रेट रखें
2. बच्चों के आसपास स्वच्छता बनाए रखें
3. बच्चे को गर्म पानी से नहलाएं
4. छाले या चकतों को न खुजाएं।
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