बेटी ने मां को आशिक के साथ पकड़ा, तो कर दी हत्या, शव के पास रात भर बैठकर मनाया जश्न
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां एक मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी 5 साल की बेटी को बेरहमी से मार डाला और झूठा आरोप अपने पति पर लगा दिया. यह घटना लखनऊ के लालबाग इलाके के खंदारी बाजार में स्थित एक अपार्टमेंट में घटी. जांच में पता चला कि महिला रोशनी का लिव-इन पार्टनर उदित, उसके पति शाहरुख का पुराना दोस्त था. दोनों नशे के आदी थे और अप्रैल से इस हत्या की योजना बना रहे थे.
पुलिस पूछताछ में रोशनी और उदित ने स्वीकार किया कि बच्ची ने उन्हें आपत्तिजनक हालत में देख लिया था. इसी कारण उन्होंने उसे पहले पेट पर पैर रखकर दबाया और फिर मुंह पर रूमाल रखकर गला घोंट दिया. बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई. मासूम की हत्या करने के बाद दोनों आरोपी शव के पास ही शराब पीते रहे, खाना खाया और रात वहीं सोए. इससे उनके दिलों की क्रूरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.
पुलिस को गुमराह करने की कोशिश
हत्या के दो दिन बाद रोशनी ने पुलिस को कॉल कर झूठी कहानी बनाई कि उसका पति शाहरुख चार मंजिला इमारत फांदकर आया और बच्ची को मार गया. लेकिन पुलिस को जांच में सच्चाई का पता चल गया. सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और घटनास्थल की जांच से पता चला कि शाहरुख उस वक्त वहां था ही नहीं. साथ ही, उसकी टांग में रॉड लगी थी जिससे वह ठीक से चल भी नहीं सकता. ऐसे में चार मंजिला चढ़ने की बात असंभव थी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी किया खुलासा
पोस्टमार्टम में यह बात सामने आई कि बच्ची की हत्या घटना से करीब 36 घंटे पहले हो चुकी थी. इसके अलावा, शाहरुख की मोबाइल लोकेशन भी घटना वाले समय पर दूसरी जगह की थी. हत्या के बाद दोनों आरोपी हनुमान सेतु और फिर हुसैनगंज के एक होटल में रुके. पुलिस को जानकारी मिली कि वे इंदिरा डैम जाकर शव को फेंकने की योजना बना रहे थे.
पड़ोसियों में शोक की लहर
फ्लैट के पास रहने वाले एक पड़ोसी नितिन ने बताया कि बच्ची दो दिन पहले ही नीचे खेलने आई थी और 'नमस्ते अंकल' कहा था. उन्होंने कहा कि अब उसकी आवाज़ कानों में गूंजती है और वे ठीक से खाना भी नहीं खा पा रहे हैं.
पिता का छलका दर्द
बच्ची के पिता शाहरुख ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी बेटी सिर्फ उनसे प्यार करती थी और हमेशा उनके साथ रहना चाहती थी, लेकिन रोशनी ने ऐसा नहीं होने दिया. उन्होंने बताया कि उदित को वे आठ साल से दोस्त मानते थे और बच्ची भी उसे 'उदित चाचू' कहती थी, लेकिन उन्होंने ही उसकी जान ले ली.
पुलिस का बयान
डीसीपी वेस्ट विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक, आरोपी रोशनी और उदित एक-दूसरे के साथ आराम से रहना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने पहले बच्ची को रास्ते से हटाया और पति को फंसाने की कोशिश की. फिलहाल दोनों गिरफ्तार हो चुके हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है.