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युवाओं को संविधान से जोड़ उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी है: लोकसभा अध्यक्ष

संसद के निचले सदन, लोकसभा ते अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय लोकतंत्र को दुनिया का सबसे प्राचीन, कार्यशील, सशक्त और जीवंत लोकतंत्र बताते हुए कहा है कि दुनिया भारतीय लोकतंत्र को एक आदर्श के रूप में देखती है।

04:25 PM Apr 11, 2022 IST | Desk Team

संसद के निचले सदन, लोकसभा ते अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय लोकतंत्र को दुनिया का सबसे प्राचीन, कार्यशील, सशक्त और जीवंत लोकतंत्र बताते हुए कहा है कि दुनिया भारतीय लोकतंत्र को एक आदर्श के रूप में देखती है।

संसद के निचले सदन, लोकसभा ते अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय लोकतंत्र को दुनिया का सबसे प्राचीन, कार्यशील, सशक्त और जीवंत लोकतंत्र बताते हुए कहा है कि दुनिया भारतीय लोकतंत्र को एक आदर्श के रूप में देखती है। असम विधानसभा में आयोजित भारत परिक्षेत्र के 8वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत का लोकतंत्र विश्व का सबसे प्राचीन और सशक्त लोकतंत्र है।  
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विधानसभा चुनावों में मतदाताओं की लगातार भागीदारी बढ़ रही है 
ग्राम पंचायत से लेकर संसद तक भारतीय लोकतंत्र की ताकत दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि दुनिया में सर्वाधिक मतदान करने वाले लोग भारत में है। लोक सभा के लिए हुए 17 आम चुनाव और 300 से ज्यादा विधानसभा चुनावों में मतदाताओं की लगातार भागीदारी बढ़ रही है और जनता का विश्वास भी बढ़ा है। 
लोकतंत्र में युवाओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी की वकालत करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि युवा अपने इनोवेशन्स से सामाजिक आर्थिक बदलाव लाते हैं और युवाओं का लोकतंत्र में जितना अधिक योगदान होगा शासन उतना ही पारदर्शी बनेगा। उन्होंने आजादी के आंदोलन में युवाओं के बलिदान का जिक्र करते हुए कहा कि युवाओं को राष्ट्र प्रेम की भावना से नए भारत के निर्माण से जोड़ना होगा और इसके लिए हमें युवाओं को संविधान से जोड़ उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी है।  
वंचित वर्गों का कल्याण लोकतांत्रिक संस्थाओं के माध्यम से ही होगा 
भारत सरकार द्वारा देश के आकांक्षी जिलों (विकास की दौड़ में पिछड़ चुके) के विकास के लिए चलाई जा रही विशेष योजनाओं का जिक्र करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ने सभी जनप्रतिनिधियों से उनके हक की आवाज उठाने का आह्वान करते हुए कहा कि वंचित वर्गों का कल्याण लोकतांत्रिक संस्थाओं के माध्यम से ही होगा।  
बिरला ने ज्योतिबा फुले की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए महिलाओं के उत्थान के लिए किए गए उनके प्रयासों को याद किया। भारतीय लोकतंत्र और संविधान में बाबा साहेब अंबेडकर के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए बिरला ने कहा कि उनसे प्रेरणा लेकर हमें वंचित वर्गों के कल्याण के लिए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि सीपीए भारत परिक्षेत्र की यह कांफ्रेंस लोकतांत्रिक व्यवस्था को और मजबूत करेगी। उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में लोकतंत्र जीवन जीने की पद्धति है।  
लोकसभा अध्यक्ष को दोबारा असम आने का न्योता भी दिया 
प्राचीन भारत में लोकतंत्र के स्वरूप, असम का इतिहास और असम के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों और दिग्गज नेताओं को याद करते हुए सरमा ने बताया कि असम विधानसभा का अत्याधुनिक भवन तैयार हो रहा है जो हाईटेक के साथ-साथ सभी जरूरी सुविधाओं से लैस है। उन्होंने इसके उद्घाटन के लिए मंच से ही लोकसभा अध्यक्ष को दोबारा असम आने का न्योता भी दिया। असम विधानसभा में आयोजित दो दिवसीय भारत परिक्षेत्र के 8वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन की बैठक में देश के 22 राज्यों के विधान सभा अध्यक्ष, विधानमंडलों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी शामिल हो रहे हैं।  
सोमवार को शुरू हुए सम्मेलन की पूर्व संध्या पर रविवार को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से विधानसभा अध्यक्ष व विधान परिषद अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजित किया गया। कार्यक्रम के बाद लोकसभा अध्यक्ष की ओर से राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत पर क्षेत्र की कार्यकारिणी समिति की बैठक भी आयोजित की गई जिसमें मुख्य बैठक के एजेंडे पर चर्चा की गई। लोकसभा अध्यक्ष के अलावा असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और असम विधान सभा के अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी ने भी सम्मेलन को संबोधित किया।  
दो दिवसीय सम्मेलन का समापन 12 अप्रैल को होगा 
आपको बता दें कि, सम्मेलन का विषय समाज के आकांक्षी वर्गों के लिए विकास के परिणाम को अनुकूलित करने में मदद करने के लिए विधायी निरीक्षण को मजबूत करना है। सम्मेलन के दौरान, युवा केंद्रित नीतियों को मुख्यधारा में लाने और राष्ट्रीय विकास और सामान्य भलाई के लिए युवा ऊर्जा का उपयोग करने पर चर्चा होगी। इस दो दिवसीय सम्मेलन का समापन 12 अप्रैल को होगा।
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