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सुषमा स्वराज के निधन से देश ने ओजस्वी वक्ता, उत्कृष्ट राजनेता और कुशल प्रशासक खो दिया : नड्डा

बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि सुषमा स्वराज अकेली ऐसी महिला नेता हैं जिन्हें असाधारण सांसद चुना गया।

10:30 AM Aug 07, 2019 IST | Desk Team

बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि सुषमा स्वराज अकेली ऐसी महिला नेता हैं जिन्हें असाधारण सांसद चुना गया।

सुषमा स्वराज के निधन से देश ने ओजस्वी वक्ता  उत्कृष्ट राजनेता और कुशल प्रशासक खो दिया   नड्डा
बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने वरिष्ठ पार्टी नेता सुषमा स्वराज के निधन को बीजेपी एवं देश की राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि प्रखर और ओजस्वी वक्ता, प्रभावी सांसद और कुशल प्रशासक सुषमा स्वराज ने विभिन्न दायित्वों को निभाते हुए दुनिया में भारत की साख स्थापित की।
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नड्डा ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘उनका निधन न केवल भारतीय जनता पार्टी बल्कि देश की राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है। देश सदैव उनके योगदान को स्मरण करता रहेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व विदेश मंत्री, हमारी वरिष्ठ नेत्री और बहुआयामी प्रतिभा की धनी सुषमा स्वराज जी के आकस्मिक निधन से स्तब्ध हूँ एवं मन अत्यंत शोक-संतप्त है। वह एक उत्कृष्ट राजनेता, प्रतिबद्ध कार्यकर्ता, प्रखर वक्ता और बेहतरीन प्रशासक थीं।’’
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बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि सुषमा स्वराज अकेली ऐसी महिला नेता हैं जिन्हें असाधारण सांसद चुना गया। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया में भारत की साख स्थापित की, वह अद्भुत है। दुनिया में कहीं भी जब भारत के किसी नागरिक पर कोई संकट आया, वह हमेशा मदद के लिए तैयार रहती थीं।
बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने सुषमा स्वराज देश की विदेश मंत्री के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित किया और भारत की निर्णायक छवि को और बल दिया। नड्डा ने कहा कि उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के रूप में राजनीतिक सफ़र की शुरुआत की और आपातकाल के समय कांग्रेस की दमनकारी नीति के खिलाफ लोकतांत्रिक मूल्यों की पुर्नस्थापना के लिए लड़ाई लड़ी।

असम के मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री ने सुषमा स्वराज के निधन पर जताया शोक

1977 में पहली बार उन्होंने हरियाणा विधानसभा का चुनाव जीता और महज़ 25 वर्ष की आयु में राज्य की श्रम मंत्री बन कर सबसे युवा कैबिनेट मंत्री बनने की उपलब्धि हासिल की। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की पहली मंत्रिमंडल में सूचना प्रसारण मंत्री से अक्टूबर 1998 में दिल्ली की प्रथम महिला मुख्यमंत्री और फिर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में भारत की पहली पूर्णकालिक विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने देश की साख स्थापित की ।
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