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हिन्दू सत्यवादी हरिश्चन्द्र के अनुयायी होते हैं : प्रवीण कुशवाहा

आनेवाले साल में जन आकांक्षा को लक्ष्य कर कार्य नहीं करने पर आम अवाम से अपील करते है वो 19 के लोकसभा चुनाव में ऐसी सरकार को सबक सिखायें।

09:31 PM Jan 03, 2019 IST | News Desk

आनेवाले साल में जन आकांक्षा को लक्ष्य कर कार्य नहीं करने पर आम अवाम से अपील करते है वो 19 के लोकसभा चुनाव में ऐसी सरकार को सबक सिखायें।

हिन्दू सत्यवादी हरिश्चन्द्र के अनुयायी होते हैं   प्रवीण कुशवाहा

पटना : हिन्दू सत्यवादी हरिश्चंद्र के अनुयायी होते हैं। यह तो झूठवादी मोदी हैं। मकसद सिर्फ विवाद खड़ा करना और उस पर राजनीति की रोटी सेंकना भर है। चाहे इलाहाबाद का नाम बदल प्रयागराज करना हो, हनुमान जी को दलित बता, आराध्य को जातीयों में बांटना हो, बजरंग बली या, अली करना हो, हिन्दू-मुसलमान, मंदिर-मस्जिद, श्मशान, कब्रिस्तान, मुगलसराय दीनदयाल उपाध्याय नगर करना हो आदि, यूपी के सीएम का प्रिय विषय है। उनसे ऑक्सीजन की कमी से देश के भविष्य सैकड़ों बच्चे को मार डालने का मामला हो तो यह कहेंगे कि अगस्त में बच्चे मरते ही हैं।

उक्त जानकारी अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के पूर्व उपाध्यक्ष प्रवीण कुशवाहा ने दी। उन्होंने बताया कि बेरोजगार युवाओं को रोजगार और नौकरी देने का मामला हो तो यह कहेंगे कि नौकरी तो बहुत है योग्य लोग ही नहीं हैं। अगर गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे एवं यूपी के सीएम अजय सिंह बिष्ट के पूरे कार्यकाल से हिन्दू-मुसलमान, मंदिर, मस्जिद, श्मशान.कब्रिस्तान, दंगा, फसाद भडक़ाने वाले भडक़ाऊ बयान निकाल दिया जाय तो सिर्फ हिंसा, बलात्कार ही शेष बचेगा।

उन्नाव के बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के मामले में तो पूरी बीजेपी सरकार नंगा नाच कर रही थी। उसे बचाने का भरसक प्रयास किया। यहां तक की पीडि़त के पिता की भी हत्या कर दी पुलिस थाने में। पूरे उत्तर प्रदेश में लोग बीजेपी नेताओं के चाल, चेहरे और चरित्र से परेशान हैं। लोग अब बीजेपी के नेताओं से अपनी बेटियों को बचाने को चिंतातुर हैं। पूरे देश में में लोग बीजेपी नेताओं के चाल, चेहरे और चरित्र से परेशान हैं।

देश के मजदूर किसान और पिछड़ा शोषित दलित वर्ग को लुभावने नारे और खोखले वादे के सिवा कुछ नहीं मिला ये पांच साल आसमान छूती महंगाई और अत्याचार के नाम रहा और इसके खिलाफ जिसने भी आवाज उठाई उसकी बोलती बंद कर दी गई भले ही वो पत्रकार ही क्यूं ना रहा हो हालात बदलते जा रहे हैं पर हमारा बिहार आज भी ऐसी फिरकापरस्त ताकतों के समर्थन से जंगलराज पूर्णत:कायम हो चुका है अपनी अपनी प्रशासनिक क्षमता खो राज्य और केन्द्र सरकार से हम आनेवाले साल में जन आकांक्षा को लक्ष्य कर कार्य नहीं करने पर आम अवाम से अपील करते है वो 19 के लोकसभा चुनाव में ऐसी सरकार को सबक सिखायें।

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