हेलीकॉप्टर क्रैश के सर्वाइवर वरुण सिंह की हालत गंभीर, डॉक्टरों ने नहीं दिया आश्वासन, अगले 48 घंटे नाजुक
तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में डायरेक्टिंग स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बुधवार को हुई सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे हैं।
11:21 AM Dec 09, 2021 IST | Harsha Singh
तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में डायरेक्टिंग स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बुधवार को हुई सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे हैं। इस घटना में भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारी जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई है। गंभीर रूप से झुलसे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है।
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वरुण सिंह के अगले 48 घंटे हैं गंभीर
वरुण सिंह बुधवार को कुन्नूर के पास हुए दुर्भाग्यपूर्ण एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र अधिकारी हैं। जानकारी के मुताबिक वह तकरीबन 80-85 प्रतिशत तक झुलस गए हैं। वह अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह जानकारी तमिलनाडु सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
सर्वाइव करने में सफल रहे वरुण सिंह
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शौर्य चक्र वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले सिंह बुधवार की रात सर्वाइव करने में सफल रहे हैं और डीएसएससी में उनके ठीक होने की प्रार्थना है। सिंह का इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम ने कोई आश्वासन नहीं दिया है और अगले 48 घंटे गंभीर हैं। सिंह को हाल ही में विंग कमांडर से ग्रुप कैप्टन के रूप में पदोन्नत किया गया था और वह हाल ही में डीएसएससी में शामिल हुए थे।
हेलिकॉप्टर दुर्घटना में 13 लोगों की गयी जान
दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर पर सवार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य अधिकारियों सहित अन्य सभी 13 लोगों का निधन हो गया था। कुन्नूर के सैन्य अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा दी गई प्रक्रिया के अनुसार राज्य सरकार के डॉक्टर और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया गया।
शौर्य चक्र विजेता है ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह
वरुण सिंह ने पिछले साल एक उड़ान के दौरान बड़े तकनीकी मुद्दों की चपेट में आने के बाद अपने विमान को संभालने के साहस के लिए उन्होंने अगस्त में शौर्य चक्र जीता था। उन्होंने अपने तेजस फाइटर को मिड-एयर इमरजेंसी के बावजूद सुरक्षित उतारा। तमिलनाडु सरकार ने कोयंबटूर के एक अस्पताल में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की है।
जनरल रावत की अगवानी करने के लिए सुलूर पहुंचे थे वरुण
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जनरल रावत की अगवानी करने के लिए डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से सुलूर गए थे, जो वहां के शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करने वाले थे। ग्रुप कैप्टन सिंह का पैतृक गांव पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया में है और पिता के पी सिंह कर्नल के पद से सेना से सेवानिवृत्त हैं। प्रदेश कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह उनके चाचा हैं।
मीडिया से बात करते हुए ग्रुप कैप्टन सिंह के चाचा दिनेश प्रताप सिंह ने कहा, ”वह फिलहाल अस्पताल में हैं, वायुसेना द्वारा बुलेटिन जारी करने पर हमें उनकी स्थिति के बारे में जानकारी मिलेगी।” 63 वर्षीय जनरल रावत रूस निर्मित एमआई-17 हेलिकॉप्टर से वेलिंगटन के डिफेंस कॉलेज जा रहे थे, जो दोपहर में अपने गंतव्य के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
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