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Bihar: नीतीश के मंत्री की अग्निपथ योजना को लेकर मांग, बोले- अग्निवीर’ की वन रक्षक के तौर पर नियुक्ति का हो प्रावधान

सशस्त्र बलों की भर्ती के लिए ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर जदयू के विरोध को नजरअंदाज करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह चाहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेवानिवृत्त ‘अग्निवीर’ को वन रक्षक और वनपाल के रूप में नियुक्त करें…

02:14 PM Jul 06, 2022 IST | Desk Team

सशस्त्र बलों की भर्ती के लिए ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर जदयू के विरोध को नजरअंदाज करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह चाहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेवानिवृत्त ‘अग्निवीर’ को वन रक्षक और वनपाल के रूप में नियुक्त करें…

सशस्त्र बलों की भर्ती के लिए ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर जदयू के विरोध को नजरअंदाज करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह चाहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेवानिवृत्त ‘अग्निवीर’ को वन रक्षक और वनपाल के रूप में नियुक्त करें। सिंह ने बुधवार को बताया, ‘‘हां, मैं जल्द ही मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर राज्य में वन रक्षकों और वनपालों की भर्ती में अग्निवीरों के लिए आरक्षण की मांग करूंगा। मैंने पर्यावरण विभाग के अधिकारियों से इस पर विस्तृत नोट तैयार करने को कहा है। कई राज्य सरकारें पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि सशस्त्र बलों में सीमित अवधि की सेवा करने के बाद पुलिस बलों और अन्य विभागों में रिक्त पदों को भरने में अग्निवीरों को वरीयता दी जाएगी। 
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 बिहार सरकार की चुप्पी के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा
बिहार सरकार को भी राज्य सेवाओं में अग्निवीरों के लिए प्राथमिकताओं की घोषणा करनी चाहिए।’’ ‘अग्निपथ’ योजना पर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार की चुप्पी के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘इस योजना को लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। हमारे केंद्रीय नेतृत्व ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि यह योजना देश के युवाओं के लिए अच्छी है। असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कर्नाटक जैसे कई राज्यों ने सशस्त्र बलों में चार साल की सेवा के बाद अग्निवीरों के लिए सहायक उपायों की घोषणा की है।” उन्होंने कहा कि राज्य में वन रक्षकों और वनपालों की भर्ती में ‘अग्निवीरों’ को आरक्षण दिया जाना चाहिए।
हम जल्द ही राज्य में 1000 और वन रक्षकों और वनकर्मियों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू 
मंत्री ने कहा, ‘‘हाल ही में भर्ती किए गए 693 वन रक्षक और वनकर्मी जल्द ही पर्यावरण विभाग द्वारा राज्य में वनों विशेष रूप से सार्वजनिक वनों की देखभाल और संरक्षण की निगरानी के लिए लगाए जाएंगे। हम जल्द ही राज्य में 1000 और वन रक्षकों और वनकर्मियों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू करेंगे।’’ राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री के इस कदम से बिहार में सत्तारूढ़ राजग के घटक दलों के बीच चल रही जुबानी जंग और बढ़ सकती है। केंद्र सरकार द्वारा 14 जून को ‘अग्निपथ’ योजना की घोषणा किए जाने के एक दिन बाद ही बिहार में इसके खिलाफ आंदोलन शुरू हो गया था।
बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया
सेना में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों ने रेलवे स्टेशनों पर धावा बोलने, ट्रेन के डिब्बों को आग के हवाले करने के साथ बसों में आग लगा दी थी। बिहार अग्निपथ योजना के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के घरों पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया था तथा पार्टी के कई कार्यालयों में तोड़फोड़ की थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भले ही पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी हो पर उनकी पार्टी जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने केंद्र से अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, जिनके घर में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की थी, ने इसे एक साजिश करार देते हुए राज्य सरकार की आलोचना की थी और आरोप लगाया था कि उसने प्रदेश में हिंसक विरोध को रोकने के लिए अपर्याप्त प्रयास किए।
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