हिंदी भाषा विवाद पर ये क्या बोल गए सुपरस्टार Kamal Haasan, एक्टर का ट्वीट हो रहा वायरल
साउथ अभिनेता कमल हासन अपनी एक्टिंग के अलावा अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में एक्टर ने हिंदी भाषा विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि हिंदी को थोपना मूर्खता है।
02:01 PM Dec 26, 2022 IST | Desk Team
कमल हासन साउथ सिनेमा में अपनी दमदार एक्टिंग के दम पर खास जगह बना चुके हैं। एक्टर को साउथ सुपरस्टार कहा जाता है और वहीं हिंदी सिनेमा भी एक्टर की अलग ही धाक है। साउथ से लेकर हिंदी सिनेमा में कमल हासन ने कई फिल्मों में यादगार किरदार निभाए हैं। आज भी बॉलीवुड में उनकी फिल्म चाची 420 में उनके द्वारा निभाए महिला के किरदार को लोग काफी पसंद करते हैं।
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हालांकि कमल हासन अपने शानदार अभिनय के अलावा अपनी बेबाकी के लिए भी जाने जाते हैं। वह हर मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखते हैं फिर चाहे मुद्दा फिल्मी हो या राजनीतिक कमल कभी अपनी बात कहने से डरते नहीं है। फिलहाल एक्टर अपने एक ट्वीट को लेकर चर्चा में छाए हुए है जिसमें उन्होंने हिंदी भाषा को लेकर विवादित बयान दिया है। जिस वजह से वो सुर्खियों में आए गए हैं।
दरअसल, सुपरस्टार कमल हासन ने ट्वीटर पर तमिल भाषा में ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा, “मातृभाषा हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। अन्य भाषाओं को सीखना और उनका इस्तेमाल करना व्यक्तिगत पसंद से होता है। यही पिछले 75 सालों से दक्षिण भारत का अधिकार रहा है। नॉर्थ ईस्ट में भी यही दिखाई देगा। हिंदी का विकास करना और इसे दूसरों पर थोपना अज्ञानता है। जो लगाया गया है उसका विरोध किया जाएगा।”
अपने इस ट्वीट के अलावा अभिनेता सांसद जॉन ब्रिटास का एक वीडियो री-ट्वीट करते हुए तमिल में लिखा- “केरल में भी यही बात साफ नजर आती है। आधे भारत के लिए भी यही बात कही गई है। खबरदार, पोंगल आ रहा है। ओह! क्षमा करें, आपको समझने में आसानी हो इसके लिए ‘जागते रहो।’ जॉन ब्रिटास ने अपनी वीडियो को शेयर करते हुए ट्वीट कर लिखा, “हिंदी थोपने की आपकी नापाक मंशा इस देश को बर्बाद कर देगी। अगर आईआईटी को हिंदी में परीक्षा देनी होती तो क्या गूगल के शीर्ष पर सुंदर पिचाई होते?”
बता दें कि सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में शिक्षा के माध्यम के रूप में हिंदी का इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताते हुए राज्यसभा में बोलते हुए सांसद ने कहा था कि हजारों उत्तर भारतीय स्टूडेंट साउथ में पढ़ाई करते हैं। अगर अगर उन्हें जबरन तमिल, मलयालम या कन्नड़ में पढ़ाई करने कहा जाए तो उनमें से ज्यादातर वापस चले जाएंगे। गौर करने वाली बात ये है कि कमल हासन हाल ही में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे। जहां उन्होंने लाल किले पर हुई जनसभा में हिंदी और अंग्रेजी में नहीं बल्कि तमिल भाषा में भाषण दिया था।
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