Vicky Kaushal के पिता Sham Kaushal ने किया बड़ा खुलासा, सुसाइड करने की सोच रहे थे शाम
हाल ही में शाम ने इंडस्ट्री में अपने 42 साल पूरे किये। इस दौरान शाम ने एक मीडिया हाउस से बात की और अपनी बॉलीवुड जर्नी के साथ-साथ पर्सनल जर्नी पर भी बात की। शाम ने बताया एक समय उनकी लाइफ में ऐसा भी आया जब वो सुसाइड करने की सोच रहे थे। आइए जानते है शाम कौशल को क्यों आया ऐसा ख्याल।
विक्की कौशल बॉलीवुड में
अपनी पहचान बना चुके है। विक्की बॉलीवुड में असिस्टेंट डायरेक्टर के रुप में काम कर चुके हैं। बहुत कम
लोगों को ही पता होगा की विक्की कौशल बॉलीवुड के फेमस स्टंट डायरेक्टर शाम कौशल के
बेटे हैं। हाल ही में शाम ने इंडस्ट्री में अपने 42 साल पूरे किये। इस दौरान शाम
ने एक मीडिया हाउस से बात की और अपनी बॉलीवुड जर्नी के साथ-साथ पर्सनल जर्नी पर भी
बात की। शाम ने बताया एक समय उनकी लाइफ में ऐसा भी आया जब वो सुसाइड करने की सोच
रहे थे। आइए जानते है शाम कौशल को क्यों आया ऐसा ख्याल।
कई हिट फिल्मों
में काम कर चुके हैं शाम कौशल
बता दें कि शाम कौशल
बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों में काम कर चुके हैं। जिनमें पद्मावत, दंगल, गैंग्स ऑफ
वॉसेपुर और गंगुबाई काठियावाड़ी भी शामिल है। एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में
शाम कौशल ने अपने चार दशक पूरे करने पर लोगों को और भगवान को
शुक्रिया अदा किया। साथ ही शाम
कौशल ने पहली बार कैंसर से अपनी लड़ाई पर भी बात की। शाम कौशल ने बताया कि सितम्बर 2003 में जब वो लद्दाख में ऋतिक रोशन की फिल्म ‘लक्ष्य‘ का शूट कर के वापस लौटे तो उन्हें पेट में समस्या
होने लगी। श्याम बेनेगल की फिल्म ‘नेताजी सुभाषचंद्र बोस‘ के शूट पर जब दिवाली की छुट्टी हुई तो उन्हें
पेट में बहुत तेज दर्द उठा। नानावटी हॉस्पिटल
में चेकअप के दौरान पेट में कैंसर होने की बात सामने
आई।
सुसाइड करने की सोचने लगे
थे शाम-
शाम ने बताया कि वो इतने परेशान
हो गए थे कि सुसाइड करने के बारे में सोचने लगे थे। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा कि मेरे बचने का कोई
चांस नहीं है। मैंने ये भी तय कर लिया था कि मैं तीसरी मंजिल से कूदकर अपनी
जिंदगी खत्म कर लूंगा। लेकिन मैं बिस्तर से नहीं उठ सकता था क्योंकि पेट का ऑपरेशन हुआ
था। मैंने
भगवान से कहा- ‘प्लीज ये सब खत्म करो. मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैं छोटे से गांव से आया और आपकी कृपा से, मैंने
एक अच्छी जिंदगी जी। अगर आप मुझे बचाना चाहते हैं, तो मुझे कमजोर मत बनाइए।‘ इसके बाद मुझे शांति मिली।‘