
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अशांत बलूचिस्तान प्रांत के ग्वादर के लोगों से चीनी निवेशकों समेत विदेशी निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया, जो गरीब लेकिन संसाधन संपन्न प्रांत के विकास के लिए भारी निवेश कर रहे हैं। ग्वादर चीन द्वारा विकसित और संचालित रणनीतिक बंदरगाह के लिए जाना जाता है, जहां हाल ही में चीनी श्रमिकों सहित विदेशी नागरिकों पर आतंकवादी हमले हुए हैं
खबर के अनुसार शरीफ ने लोगों से कहा कि
अप्रैल में प्रधानमंत्री बनने के बाद शहबाज ने शुक्रवार को दूसरी बार क्षेत्र का दौरा किया और ग्वादर बिजनेस सेंटर में मछुआरों व अन्य लोगों की एक सभा को संबोधित किया। समाचार पत्र 'द डॉन' की खबर के अनुसार शरीफ ने लोगों से कहा कि मित्र देश पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा “चीन, सऊदी अरब, यूएई, तुर्की, कतर और अन्य देश 75 वर्षों से पाकिस्तान को वित्तीय और राजनयिक मदद व सहयोग दे रहे हैं और देश को मुश्किल समय से बाहर निकाल रहे हैं।
उन्होंने कहा, ''अगर हम उनके निवेशकों, इंजीनियरों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं, तो वे वापस चले जाएंगे।''
बलोचिस्तान में चीनी प्रोजेक्ट्स को किया जा रहा टारगेट
ग्वादर, बलोचिस्तान की आजादी की मांग कर रहे लड़ाकों के लिए केंद्र रहा है। पिछले कुछ सालों में क्षेत्र में बढ़ी चीनी गतिवधियों के कारण चीन से जुड़े प्रोजेक्ट्स और चीनी कर्मचारियों को आतंकी गुटों द्वारा निशाना बनाया गया है।
खबर के अनुसार शरीफ ने लोगों से कहा कि
अप्रैल में प्रधानमंत्री बनने के बाद शहबाज ने शुक्रवार को दूसरी बार क्षेत्र का दौरा किया और ग्वादर बिजनेस सेंटर में मछुआरों व अन्य लोगों की एक सभा को संबोधित किया। समाचार पत्र 'द डॉन' की खबर के अनुसार शरीफ ने लोगों से कहा कि मित्र देश पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा “चीन, सऊदी अरब, यूएई, तुर्की, कतर और अन्य देश 75 वर्षों से पाकिस्तान को वित्तीय और राजनयिक मदद व सहयोग दे रहे हैं और देश को मुश्किल समय से बाहर निकाल रहे हैं।
उन्होंने कहा, ''अगर हम उनके निवेशकों, इंजीनियरों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं, तो वे वापस चले जाएंगे।''
बलोचिस्तान में चीनी प्रोजेक्ट्स को किया जा रहा टारगेट
ग्वादर, बलोचिस्तान की आजादी की मांग कर रहे लड़ाकों के लिए केंद्र रहा है। पिछले कुछ सालों में क्षेत्र में बढ़ी चीनी गतिवधियों के कारण चीन से जुड़े प्रोजेक्ट्स और चीनी कर्मचारियों को आतंकी गुटों द्वारा निशाना बनाया गया है।