इजराइल : PM बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, प्रदर्शनकारियों ने इस्तीफे की मांग की
गुस्साए हुए लोगों की यह मांग है कि नेतन्याहू अपने पद से इस्तीफा दे दें, क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में सुनवाई चल रही है।
03:04 PM Sep 27, 2020 IST | Desk Team
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ लोगों को गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। आपको बता दें कि शनिवार को नेतन्याहू के आधिकारिक आवास के बाहर प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। इजराइली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन ऐसे वक्त में हो रहा है, जब कोरोना महामारी के कारण सरकार की तरफ से दिशा निर्देशों को और सख्त कर दिया गया है।
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इससे पहले नेतन्याहू सरकार के खिलाफ अगस्त में एक बड़ी रैली का आयोजन भी किया जा चुका है। सरकार विरोधी प्रदर्शनों की शुरुआत के बाद से यह राजधानी में आयोजित की जाने वाली सबसे बड़ी रैली थी। रिपोर्टों के मुताबिक करीब 10,000 लोगों ने प्रधानमंत्री के निवास पर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
इजराइल के तटीय शहर कैसरिया में नेतन्याहू के निजी घर के बाहर लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। गुस्साए लोगों ने शहर के प्रमुख राजमार्गों पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने दूसरें शहरों को जोड़ने वाले पुलों और जक्शनों तक पर जाम लगा दिया। जिसका परिणाम यह हुआ कि अवागमन का मार्ग पूरी तरह से ठप्प पड़ गया। प्रदर्शन में शामिल कई प्रदर्शनकारी हालांकि शारीरिक दूरी के नियम को नजरंदाज किया गया। प्रदर्शनकारियों से कहा गया था कि वे छोटे-छोटे समूहों में रहें।
दरअसल इन गुस्साए हुए लोगों की यह मांग है कि नेतन्याहू अपने पद से इस्तीफा दे दें, क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में सुनवाई चल रही है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने एक इमारत पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा कि आपका वक़्त अब खत्म हो गया है। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने इस्राइली झंडे लहराए और नेतन्याहू को इस्तीफा देने की मांग की।
बुधवार को इजराइल डेमोक्रेसी इंस्टीट्यूट द्वारा प्रकाशित हुए एक सर्वेक्षण के मुताबिक केवल 27 फीसद इजरायलियों ने कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए नेतन्याहू पर भरोसा जताया। कोरोना से निपटने के लिए इजराइल सरकार ने मार्च में पहला लॉकडाउन लगाया और फिर मई में इसे शिथिल कर दिया गया, क्योंकि कोरोना के नए मामले आना बंद हो गए। लेकिन हाल ही में इजराइल में दोबारा से कोरोना वायरस सकंमण का संकट बढ़ गया है और नए मामलों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है।
90 लाख की आबादी में लगभग 7 हजार नए मामले सामने आए हैं। पूरी दुनिया जहाँ आर्थिक संकट से गुज़र रही है इसमें इजराइल भी कहीं चूका नहीं है यहाँ भी आर्थिक संकट और बेरोजगारी में इज़ाफ़ा हुआ है।
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