W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

कोविड-19 का संभावित टीका 95 प्रतिशत तक प्रभावी : फाइजर और बायो-एनटेक

विश्व की अग्रणी दवा निर्माता कंपनियों फाइजर और बायो-एनटेक ने बुधवार को कहा कि उनका कोविड-19 टीका तीसरे चरण के परीक्षण के अंतिम विश्लेषण में 95 प्रतिशत तक प्रभावी पाया गया है और यह 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों पर भी कारगर है।

12:54 AM Nov 19, 2020 IST | Shera Rajput

विश्व की अग्रणी दवा निर्माता कंपनियों फाइजर और बायो-एनटेक ने बुधवार को कहा कि उनका कोविड-19 टीका तीसरे चरण के परीक्षण के अंतिम विश्लेषण में 95 प्रतिशत तक प्रभावी पाया गया है और यह 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों पर भी कारगर है।

कोविड 19 का संभावित टीका 95 प्रतिशत तक प्रभावी   फाइजर और बायो एनटेक
विश्व की अग्रणी दवा निर्माता कंपनियों फाइजर और बायो-एनटेक ने बुधवार को कहा कि उनका कोविड-19 टीका तीसरे चरण के परीक्षण के अंतिम विश्लेषण में 95 प्रतिशत तक प्रभावी पाया गया है और यह 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों पर भी कारगर है। 
इसी के साथ ये कंपनियां अमेरिकी नियामक से आपातकालीन मंजूरी लेने के लिए आवेदन कर सकती हैं। 
अमेरिकी फार्मा कंपनी और उसकी जर्मन सहयोगी बायो-एनटेक ने कहा कि उन्होंने कोविड-19 के एमआरएनए आधारित संभावित टीके ‘बीएनटी 162बी2’ के तीसरे चरण का अध्ययन पूरा कर लिया है जिसमें उन्हें सभी प्रकार के आरंभिक प्रभाव देखने को मिले हैं। 
वर्तमान अनुमान के आधार पर कंपनियों को उम्मीद है कि वे वैश्विक स्तर पर 2020 तक टीके की पांच करोड़ खुराक का उत्पादन कर लेंगी और 2021 के अंत तक यह उत्पादन 130 करोड़ खुराक तक पहुंच सकता है। 
इससे दो दिन पहले मॉडर्ना कंपनी ने घोषणा की थी उसके द्वारा बनाया जा रहा टीका 94.5 प्रतिशत तक प्रभावी है। 
फाइजर और बायो-एनटेक के अनुसार आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि संभावित टीका उन प्रतिभागियों में 95 प्रतिशत तक प्रभावी है जिन्हें कोरोना वायरस संक्रमण नहीं हुआ। 
संभावित टीके का प्रभाव उन लोगों में भी देखा गया जो संक्रमण के शिकार हुए थे। 
प्रतिभागियों को दूसरी खुराक देने के सात दिन बाद परीक्षण किया गया। 
कंपनियों ने कहा कि पहला विश्लेषण कोविड-19 के 170 मामलों पर आधारित था जिनमें से संक्रमण के 162 मामले ‘प्लेसिबो’ समूह के थे और आठ ‘बीएनटी 162बी2’ समूह के थे। 
उन्होंने कहा कि सभी आयु, लिंग और नस्ल के लोगों पर संभावित टीका कारगर सिद्ध हुआ तथा 65 साल से ऊपर के लोगों पर यह 94 प्रतिशत तक प्रभावी पाया गया। 
फाइजर के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ अल्बर्ट बुर्ला ने कहा, “इस अध्ययन के नतीजों से आठ महीने की यात्रा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव आया है। हम इस घातक महामारी का अंत करने के लिए टीके के निर्माण में लगे हैं। हम विज्ञान की गति से चल रहे हैं और अब तक एकत्र किए गए सभी आंकड़ों को विश्व भर के नियामकों से साझा कर रहे हैं।” 
उन्होंने कहा, “प्रतिदिन दुनिया में सैकड़ों लोग संक्रमित हो रहे हैं और हमें तत्काल एक प्रभावी टीके की आवश्यकता है।” 
फाइजर और बायो-एनटेक जल्दी ही अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) को टीके की मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजेंगे। 
Advertisement
Advertisement
Author Image

Shera Rajput

View all posts

Advertisement
Advertisement
×