नहीं थम रही अज़रबैजान और अर्मेनिआ की जंग, अब टर्की को फ्रांस ने दिया जवाब
आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच नागोर्नो-काराबाख इलाके को लेकर भीषण जंग जारी है। रविवार से शुरू हुई इस झड़प में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और बताया जा रहा है कि यह हाल के दिनों में सबसे खूनी जंग में बदल गई है। इस बीच अजरबैजान के समर्थन में तुर्की की ओर से भेजे गए सीरियाई आतंकी भी जंग में उतर गए हैं। उधर, तुर्की की धमकी के बाद अब फ्रांस भी आर्मीनिया के साथ आ गया है।
02:25 PM Oct 01, 2020 IST | Desk Team
आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच नागोर्नो-काराबाख इलाके को लेकर भीषण जंग जारी है। रविवार से शुरू हुई इस झड़प में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और बताया जा रहा है कि यह हाल के दिनों में सबसे खूनी जंग में बदल गई है। इस बीच अजरबैजान के समर्थन में तुर्की की ओर से भेजे गए सीरियाई आतंकी भी जंग में उतर गए हैं। उधर, तुर्की की धमकी के बाद अब फ्रांस भी आर्मीनिया के साथ आ गया है।
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आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए रूस ने लड़ाई को खत्म करने के लिए बातचीत आयोजित करने का ऑफर दिया है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लवरोव ने दोनों ही देशों की सरकारों को यह ऑफर दिया। उधर, इस लड़ाई के खात्मे के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रान से बात की है। दोनों ने नेताओं ने सीजफायर का आह्वान किया है।
बता दें कि रूस का आर्मीनिया के साथ सैन्य गठजोड़ है लेकिन उसका अजरबैजान के साथ भी करीबी संबंध है। बुधवार को अजरबैजान के राष्ट्रपति ने प्रण किया कि आर्मीनियाई सुरक्षा बलों के इलाके के छोड़ने तक यह लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि हमारी एकमात्र यह शर्त है कि आर्मीनिया के सुरक्षा बल पूरी तरह से और बिना शर्त हमारे इलाके को छोड़ दें।
वहीं, अजरबैजान की सेना ने बुधवार को ऐलान किया है कि उसने आर्मीनिया का एक S-300 मिसाइल सिस्टम नागोर्नो-काराबाख में उड़ा दिया। उसने यह भी दावा किया कि करीब 2,700 सैनिक अब तक इस जंग में या तो घायल हो गए हैं या जान गंवा चुके हैं। उसने यह भी दावा किया कि आर्मीनिया की सेना तोनशेन गांव के आसपास के इलाके से भाग खड़ी हुई है। उधर, आर्मीनिया ने दावा किया है कि अजरबैजान आम नागरिकों पर बम बरसा रहा है।
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