Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

कोने में रोते हुए दोस्त का हाथ थामकर स्कूल के अंदर ले जाने वाले इस बच्चे ने जीत लिया सबका दिल

ये बात एक दम सत्य है कि हर बच्चे के लिए स्कूल का पहला दिन बेहद मुश्किल भरा रहता है। ऐसे में बच्चों के आस-पास सबकुछ नया होता है।

08:57 AM Aug 30, 2019 IST | Desk Team

ये बात एक दम सत्य है कि हर बच्चे के लिए स्कूल का पहला दिन बेहद मुश्किल भरा रहता है। ऐसे में बच्चों के आस-पास सबकुछ नया होता है।

ये बात एक दम सत्य है कि हर बच्चे के लिए स्कूल का पहला दिन बेहद मुश्किल भरा रहता है। ऐसे में बच्चों के आस-पास सबकुछ नया होता है। नए चेहरे,नए साथी और नया महौल। बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है नए परिवेश में दाखिल होने में। इसलिए अधिकतर बच्चे स्कूल के पहले दिन रोने लगते हैं और वह अपने मां-बाप से जिद्द करते हैं कि अब उन्हें स्कूल नहीं जाना। लेकिन जब स्कूल में बच्चे को उसका एक दोस्त मिल जाता है तो स्कूल उनकी पंसदीदा जगह बन जाती है। हाल ही में एक ही बच्चे की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसका स्कूल में पहला दिन था। 
Advertisement
क्या है पूरा मामला
8 साल के कोनर क्राइट्स का स्कूल में पहला दिन था। जब उसकी मम्मी उसे स्कूल छोड़कर चली गई,तब वह कोने में खड़ा होकर रोने लगा। तभी स्कूल का दूसरा बच्चा क्रिस्चन उसके पास गया और उसका हाथ पकड़कर उसे स्कूल के अंदर ले गया

मां ने लोगों के साथ शेयर की कहानी 
क्रिस्चन की मां कॉर्टनी कोको मूरा ने 14 अगस्त को यह कहानी सभी लोगों के साथ शेयर करि है । उन्होंने फेसबुक पर दोनों बच्चों की तस्वीर शेयर की और लिखा, मुझे अपने बेटे पर गर्व है। उसने एक बच्चे को रोता देखा, तो वह उसके पास गया और उसे चुप कराया। फिर वो उसका हाथ पकड़कर उसे स्कूल में ले गया! यह मेरे लिए सम्मान कि बात है कि मैं इतने मोहब्बत पसंद और दयावान बच्चे की मां हूं! सही में, उसका दिल बहुत बड़ा है। स्कूल के पहले दिन की शुरुआत खूबसूरत रही।

रिपोर्ट्स के अनुसार, कोनर क्राइट्स ऑटिज्म से पीड़ित है। स्कूल छोड़कर जाने के बाद भी कोनर की मां उसको लेकर काफी ज्यादा टेंशन में थी। हालांकि, जब कोनर स्कूल खत्म करके घर लौटा, तो उसने मां को बताया कि स्कूल में उसका पहला दिन जबरदस्त रहा। 
पक्के दोस्त बन गए हैं  दोनों 
अब कोनर और क्रिस्चन दोस्त हैं। दोनों खूब सारा समय साथ बिताते हैं। क्रिस्चन यह नहीं जानता था कि कोनर ऑटिज्म से पीड़ित है। लेकिन फिर भी उसने कोनर की मदद की।
सोशल मीडिया सैनिकों ने क्रिस्चन की करी खूब तारीफें 

Advertisement
Next Article