'हम चुपचाप काम करना पसंद करते हैं', असम के CM हिमंत विश्व शर्मा ने केजरीवाल को टैग करते हुए ट्वीट किया
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को फिर से टैग करते हुए ट्विटर पर शिक्षा क्षेत्र में विशेषकर चाय बागानों के लोगों के लिए अपनी सरकार की पहलों को सूचीबद्ध किया।
04:14 PM Sep 03, 2022 IST | Desk Team
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को फिर से टैग करते हुए ट्विटर पर शिक्षा क्षेत्र में विशेषकर चाय बागानों के लोगों के लिए अपनी सरकार की पहलों को सूचीबद्ध किया।शर्मा ने एक वीडियो क्लिप साझा करते हुए कहा, जब तक मजबूर नहीं किया जाता, हम चुपचाप काम करना पसंद करते हैं!
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असम में एक मजबूत स्कूल शिक्षा प्रणाली है
उन्होंने कहा, इस शैक्षणिक वर्ष में हमने चाय बागान श्रमिकों के बच्चों के लिए 100 माध्यमिक विद्यालय स्थापित किए हैं, 100 और पर काम चल रहा है। चाय बागान असम के सुदूर हिस्सों में स्थित हैं।वीडियो में दावा किया गया है कि असम में एक मजबूत स्कूल शिक्षा प्रणाली है, जिसमें 44,521 सरकारी स्कूलों में दो लाख से अधिक शिक्षक 65 लाख से अधिक छात्रों को पढ़ा रहे हैं।
इसमें कहा गया कि राज्य सरकार द्वारा कुल 1.18 लाख मध्याह्न भोजन कार्यकर्ता भी रखे गए हैं।वीडियो में कहा गया कि चाय बागान श्रमिकों के बच्चों के लिए इस शैक्षणिक सत्र में जहां 100 माध्यमिक विद्यालय खोले गए हैं, वहीं 100 अन्य स्कूल तथा 10 कॉलेज परियोजना की तैयारी के चरण में हैं।
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Unless forced to, we prefer to work quietly!
In this academic year we’ve established 100 Secondary Schools for kids of tea garden workers; 100 more in pipeline. Tea gardens are located in remotest parts of Assam.
Watch these infrastructure and lovely kids. @ArvindKejriwal pic.twitter.com/JIvJ86XgSi
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 3, 2022
सरकार की उपलब्धियों को साझा किया
इसमें अंत में कहा गया, ‘‘हम चुपचाप गुणवत्ता प्रदान करना पसंद करते हैं!’’दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच काफी समय से ट्विटर पर जुबानी जंग चल रही है और दोनों ही एक -दूसरे को अपने राज्य का दौरा करने तथा किए गए विकास कार्यों को देखने के लिए कह रहे हैं।
केजरीवाल को टैग करते हुए शर्मा ने शुक्रवार को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियों को साझा किया था।यह विवाद तब शुरू हुआ जब दिल्ली के मुख्यमंत्री ने खराब परिणामों के कारण असम सरकार द्वारा स्कूलों का विलय किए जाने संबंधी एक खबर के जवाब में कहा कि स्कूलों को बंद करना कोई समाधान नहीं है।