White, black, gray... इस रंग की कार लेने से हो सकता है एक्सिडेंट, आनंद महिंद्रा ने कहा- कुछ भी?
World of Statistics ने अपने ट्विटर हैंडल की एक रिपोर्ट के मुताबिक काले रंग का कार लेने में 47 प्रतिशत से अधिक क्रैश होने का खतरा होता है जबकि ग्रे रंग का बताया जाए तो 11प्रतिशत का खतरा रहता और जबिक सिल्वर में सिर्फ 10 प्रतिशता का ही खतरा बना रहता है।
05:28 PM Oct 14, 2022 IST | Desk Team
भारत में त्यौहारों का सीजन शुरू हो चुका है ऐसे में अधिकतर लोग नई कार लेने की सोचते है। लेकिन कार लेने से पहले ग्राहकों को रंग चुनने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सफेद रंग कार में सबसे ज्यादा बिकने वाला कलर है और इसके बाद ही ग्राहक कोई दूसर कलर चूज करता है। काले रंग की कार को लेकर यूर्जस का मानना है कि यह दुर्घटना का प्रतीक है अगर काले रंग की कार हमने ले ली थी और कभी न कभी हमारा भी एक्सीडेंट हो जाएगा। तो आईये हम आपको इसके पीछे का राज बताते है।
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World of Statistics की रिपोर्ट के मुताबिक….
World of Statistics ने अपने ट्विटर हैंडल की एक रिपोर्ट के मुताबिक काले रंग का कार लेने में 47 प्रतिशत से अधिक क्रैश होने का खतरा होता है जबकि ग्रे रंग का बताया जाए तो 11प्रतिशत का खतरा रहता और जबिक सिल्वर में सिर्फ 10 प्रतिशता का ही खतरा बना रहता है। और blue और green में सिर्फ 7-7 फीसदी तक ही नुकसान बना रहता है। इस बात की जानकारी पूर्ण रूप से World of Statistics ने अपने ट्विटर हैंडल से साझा की है। सबसे ज्यादा बिकने वाला कलर सफेद को सबसे कम क्रैश होने वाला बताया गया है और इसके बाद येलो, ऑरेंज और गोल्ड को अंकित किया गया हैं।
आनंद महिंद्रा ने रंग को लेकर कही यह बात
कार की कलर की दुर्घटनाग्रस्त की World of Statistics की रिपोर्ट को महिंद्रा ग्रुप के चेयरमेन आनंद महिंद्रा ने इसे पूर्ण रूप से झूठ बताई है। महिंद्रा ने औपचारित तौर से इस स्टेटमेंट को झूठा बताया और कहा कि यह सब झूठ है? किसी के कहने पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। हां, लेकिन भारत में सफेद रंग की कार सबसे ज्यादा बिकती है और हल्क रंग की कारों पर लोग सबसे ज्यादा विश्वास करते है। यह अनुमान लगभग 10 में से 4 लोगों में देखा गया है। और भारत में 40प्रतिशत कारे सफेद रंग की बिकती है।
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