Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

दिल्ली में 121 बांग्लादेशी नागरिक हिरासत में, निर्वासन की प्रक्रिया शुरू

831 संदिग्धों की सूची में 121 बांग्लादेशी हिरासत में

03:33 AM May 23, 2025 IST | Himanshu Negi

831 संदिग्धों की सूची में 121 बांग्लादेशी हिरासत में

दिल्ली पुलिस ने 121 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध दस्तावेजों के आधार पर हिरासत में लिया है। डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि राजधानी में अवैध विदेशी नागरिकों को लक्षित करने का अभियान जारी है। हिरासत में लिए गए व्यक्तियों का सत्यापन कर उन्हें FRRO को सौंपा गया। दस्तावेजों की जांच के बाद निर्वासन आदेश जारी किए गए।

देशभर में अवैध रुप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की जा रही है। इसी बीच अवैध अप्रवासियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत, दिल्ली पुलिस ने अवैध दस्तावेजों के देश में रहने के आरोप में उत्तरी दिल्ली से 121 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। इस दौरान डीसीपी बाहरी उत्तरी निधिन वलसन ने बताया कि राजधानी भर में अवैध विदेशी नागरिकों को लक्षित करने के लिए एक बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। ये व्यक्ति 831 संदिग्ध अवैध निवासियों की एक बड़ी सूची का हिस्सा थे।

निर्वासन आदेश जारी किए गए

डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि कई लोगों की पहले ही पहचान हो गई है। पिछले सप्ताह भी हमने 121 व्यक्तियों को हिरासत में लिया था। हिरासत में लिए गए व्यक्तियों का सत्यापन के बाद उन्हें विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) को सौंप दिया गया। दस्तावेजों की जांच के बाद, उनके अवैध प्रवास की पुष्टि हुई और निर्वासन आदेश जारी किए गए। डीसीपी वलसन ने कहा कि बाकी व्यक्तियों के लिए सत्यापन जारी कर दिए गए है। साथ ही पश्चिम बंगाल में टीमें भेजी गई है, क्योंकि हिरासत में लिए गए कई लोगों संबंध यहीं से जुड़े हुए है।

संदिग्ध पाकिस्तानी- बांग्लादेशी नागरिक नेपाल से भारत में घुसने की बना रहे योजना, सख्त हुई सुरक्षा

कई धाराओं में केस दर्ज

बता दें कि 831 लोगों को नाम सत्यापन के लिए सूची में रखा गया है। साथ ही इन लोगों का समर्थन करने वाले लोगों के खिलाफ SIT का भी गठन किया गया है। SIT ने उन पांच लोगों से पूछताछ की जिन्होंने उनके यहाँ रहने की व्यवस्था की। बता दें कि इस मामले के संबंध में, भारतीय न्याय संहिता (336/2, 336/3, 342, और 61/2) की कई धाराओं और विदेशी अधिनियम, 1946 की धारा 14 और 14 सी के तहत एक FIR दर्ज की गई है।

Advertisement
Advertisement
Next Article