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मिड डे मील खाने के बाद बीमार पड़ीं 15 छात्राएं, इलाज के लिए बुलाया तांत्रिक

नोटिस जारी करते हुए NHRC ने कहा कि छात्रों को घटिया मध्याह्न भोजन परोसा गया था, जो संबंधित अधिकारियों की उदासीनता का संकेत है।

03:12 PM Dec 24, 2022 IST | Desk Team

नोटिस जारी करते हुए NHRC ने कहा कि छात्रों को घटिया मध्याह्न भोजन परोसा गया था, जो संबंधित अधिकारियों की उदासीनता का संकेत है।

मिड डे मील खाने के बाद बीमार पड़ीं 15 छात्राएं  इलाज के लिए बुलाया तांत्रिक
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले (Mahoba) से एक अजीब मामला सामने आया है। यहां के सरकारी स्कूल (Government School) में मिड डे मील खाने के बाद करीब 15 छात्राएं बीमार हो गईं। आरोप है कि छात्राओं को अस्पताल न ले जाकर स्कूल प्रशासन ने इलाज के लिए तांत्रिक को बुला लिया। मामले की जानकारी के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) ने उत्तर प्रदेश सरकार (UP Govt) को नोटिस जारी किया है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, NHRC ने मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लिया है जिनमें कहा गया था कि स्कूल के प्रशासन ने मध्याह्न भोजन खाने के बाद बीमार हुई 15 छात्राओं के इलाज के लिए एक तांत्रिक को बुलाया था। कहा जा रहा है कि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद बीमार छात्राओं को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
आयोग ने मुख्य सचिव को जारी किया नोटिस
आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसमें कहा गया है कि राज्य में भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए या उठाए जाने वाले कदमों को शामिल करने की उम्मीद है।
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नोटिस जारी करते हुए NHRC ने यह भी कहा कि जाहिर तौर पर छात्रों को घटिया मध्याह्न भोजन परोसा गया था, जो संबंधित अधिकारियों की उदासीनता का संकेत है। बयान में कहा गया है कि इसके अलावा, स्कूल के शिक्षकों से अपेक्षा की जाती है कि वे छात्रों को शिक्षित करें और उन्हें इस तरह के अंधविश्वासी बातों में विश्वास न दिलाएं।
21 दिसंबर का बताया जा रहा है मामला
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 21 दिसंबर को एक वीडियो में कथित तौर पर एक तांत्रिक द्वारा लड़कियों को टोना-टोटका करते दिखाया गया था। मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। पता चला कि बीमार छात्रों में ज्यादातर 9-13 साल की उम्र के हैं।
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