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झारखंड में नशे के खिलाफ 17 दिन का अभियान, नशाबंदी की शपथ लेंगे लाखों लोग

स्वास्थ्य मंत्री ने नशाबंदी रथ को दिखाई हरी झंडी…

06:39 AM Jun 11, 2025 IST | Rahul Kumar Rawat

स्वास्थ्य मंत्री ने नशाबंदी रथ को दिखाई हरी झंडी…

झारखंड सरकार ने 10 जून से नशामुक्ति अभियान शुरू किया है, जिसमें 26 जून तक राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। लाखों लोग नशे से दूर रहने की शपथ लेंगे। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने नशाबंदी जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखाई और मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव पर पुस्तिका का विमोचन किया।

झारखंड सरकार ने 10 जून से राज्य भर में ड्रग्स और नशे के खिलाफ विशेष अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत 26 जून तक राज्य के सभी स्कूलों, कॉलेजों, गांवों और शहरों तक नशामुक्ति का संदेश पहुंचाया जाएगा और लाखों लोगों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई जाएगी। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने मंगलवार को झारखंड मंत्रालय में आयोजित एक कार्यशाला के बाद नशाबंदी जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखाकर राज्य के विभिन्न हिस्सों के लिए रवाना किया। उन्होंने गृह विभाग और सूचना जनसंपर्क विभाग की ओर से मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव पर तैयार की गई पुस्तिका का विमोचन भी किया।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया है और इसी के तहत आज से विशेष राज्यव्यापी अभियान शुरू किया जा रहा है। अभियान के तहत सभी जिलों में प्रचार वाहन जाएंगे, स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। झारखंड के विभिन्न जिलों में इस वर्ष अफीम की खेती की रोकथाम के लिए की गई कई कार्रवाई का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि नशे की लत और उसका कारोबार सामाजिक, मानसिक और आर्थिक रूप से लोगों को बर्बाद कर रहा है।

कई दवाइयों का नशे के रूप में इस्तेमाल पर रोकथाम के लिए भी सरकार ने आवश्यक कदम उठाए हैं। इसके तहत मेडिकल स्टोर्स पर निगरानी रखी जा रही है। राज्य भर के 10,134 मेडिकल स्टोर में 4,000 से अधिक स्टोर में सीसीटीवी लगाए जा चुके हैं। बाकी स्टोर्स में भी यह काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा। इस मौके पर उपस्थित राज्य के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार ने कहा कि मादक पदार्थों का उपयोग गंभीर चिंता का विषय है, फिर भी हम इस पर खुलकर बात नहीं कर पा रहे। हमें लोगों को इसके दुष्परिणाम के बारे में बताना होगा। जन जागरूकता के माध्यम से हमें युवाओं और बच्चों को समझाना है। बड़े शहरों रांची, जमशेदपुर, धनबाद, पलामू, बोकारो आदि में ड्रग्स का कारोबार बढ़ रहा है, इनके नेटवर्क को तोड़ने की जरूरत है।

गृह विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल ने कहा कि नशा में पड़कर लोग वित्तीय तनाव, घरेलू हिंसा और अन्य समस्याओं का सामना करने लगते हैं। ऐसे लोग समाज और कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन जाते हैं। हम सबको एक साथ मिलकर इस समस्या से लड़ने की जरूरत है। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि झारखंड से लगे राज्यों से गांजा एवं अन्य मादक पदार्थों का सप्लाई होता है। इस सप्लाई चेन को रोकने की दिशा में पुलिस ने बड़े कदम उठाए हैं। अब अफीम की खेती करने वाले लोगों को सख्त सजा देने का समय आ गया है, ताकि लोग खेती करना बंद करें। सरकार की ओर से संदेश जाना चाहिए कि जो भी अफीम की खेती करेगा, उसे जेल में डाला जाएगा। इस मौके पर विभिन्न विभागों के पदाधिकारी, कर्मचारी एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।

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