नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 17 लोगों की मौत, PM मोदी सहित कई नेताओं ने दुख किया व्यक्त
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई…
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हादसा रात करीब 10 बजे प्लेटफार्म 13 और 14 पर हुआ, जब हजारों श्रद्धालु प्रयागराज महाकुंभ के लिए ट्रेनों में सवार होने की कोशिश कर रहे थे।
घायलों को एलएनजेपी और लेडी हार्डिंग अस्पताल में कराया गया भर्ती
दिल्ली फायर सर्विस को इमरजेंसी कॉल मिलने पर तुरंत 4 दमकल गाड़ियां और एम्बुलेंस भेजी गईं। घायलों को एलएनजेपी और लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेलवे अधिकारियों ने भगदड़ के दावों को खारिज करते हुए इसे अत्यधिक भीड़ का परिणाम बताया है।
उच्च स्तरीय जांच के आदेश
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। नॉर्दर्न रेलवे ने एक बयान में कहा कि स्टेशन पर स्थिति अब नियंत्रण में है और विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं ताकि भीड़ को जल्द से जल्द निकाला जा सके।
भीड़ हो गई बेकाबू
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज जाने के लिए भारी भीड़ जमा थी, जब भगदड़ मची. स्थानीय चश्मदीदों ने बताया कि हालात कैसे खराब हुए. भारी संख्या में लोग सीढ़ियों पर थे, जब भीड़ बेकाबू हो गई। हादसे के बाद सीढ़ियों पर लोगों चप्पल-जूते और उनके कपड़े देखे जा सकते हैं।
दिल्ली पुलिस और आरपीएफ मौके पर – रेलवे
नार्दर्न रेलवे ने एक बयान जारी कहा कि नई दिल्ली स्टेशन पर भारी भीड़ की स्थिति नियंत्रण में है. दिल्ली पुलिस और आरपीएफ मौके पर पहुंच गई है. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है. अचानक हुई भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्थिति नियंत्रण में – रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्थिति नियंत्रण में है। दिल्ली पुलिस और आरपीएफ मौके पर हैं। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। अचानक हुई भीड़ को निकालने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
दूसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अचानक आई इस अप्रत्याशित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चार विशेष ट्रेनें चलाई गईं। अब भीड़ कम हो गई है।
यह घटना महाकुंभ के दौरान हुई, जहाँ पहले भी अत्यधिक भीड़भाड़ के कारण भगदड़ जैसी घटनाएँ हो चुकी हैं।
भगदड़ में मरने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
वही , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात हुई भगदड़ में मरने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्दी ठीक हो जाएं। अधिकारी इस भगदड़ से प्रभावित सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना में हुई मौतों पर दुख किया व्यक्त
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी घटना में हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से दुखद खबर। रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कारण हुई मौतों से मैं बेहद दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
हादसे में पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना – दिल्ली के उपराज्यपाल
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने एक्स पर हादसे में पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था और भगदड़ के कारण जान-माल के नुकसान और घायल होने की दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना हुई है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।
उपराज्यपाल ने बताया कि उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त से बात कर उन्हें स्थिति का समाधान करने के लिए कहा है। मुख्य सचिव को डीडीएमए उपायों को लागू करने और राहत कर्मियों को तैनात करने के लिए कहा गया है। सभी अस्पताल संबंधित आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने लिखा कि मैंने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को घटनास्थल पर रहने और राहत उपायों को नियंत्रित करने का निर्देश दिया है। मैं लगातार ऑपरेशन की निगरानी कर रहा हूं।
महाकुंभ के लिए जा रहे श्रद्धालुओं के साथ इस तरह की घटना बेहद दुखद- आतिशी
दिल्ली की निवर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी ने एक्स पर पोस्ट में महाकुंभ को लेकर इंतजाम में कमी के लिए केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की है। उन्होंने लिखा कि महाकुंभ के लिए जा रहे श्रद्धालुओं के साथ इस तरह की घटना बेहद दुखद है। लोगों की सुरक्षा की न केंद्र सरकार को कोई फिक्र है और न ही उत्तर प्रदेश सरकार को। न प्रयागराज में कोई व्यवस्था है, न ही देश के अलग-अलग राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यातायात के कोई ठोस इंतजाम हैं।