18 August 2008: जब भारतीय क्रिकेट को मिला Virat Kohli
Virat Kohli: भारतीय क्रिकेट का इतिहास कई दिग्गजों की कहानियों से भरा पड़ा है। गावस्कर से लेकर तेंदुलकर तक, धोनी से लेकर द्रविड़ तक। लेकिन 18 अगस्त 2008 की तारीख एक नए युग की शुरुआत लेकर आई थी। उस दिन, नीली जर्सी पहनकर एक 19 साल का नौजवान मैदान पर उतरा। चेहरा मासूम था, लेकिन आंखों में आग थी। उसके कदमों में आत्मविश्वास और हावभाव में एक अलग ही जुनून झलक रहा था। शायद किसी ने नहीं सोचा था कि यही खिलाड़ी आने वाले सालों में पूरी दुनिया के क्रिकेट पर राज करेगा। वह कोई और नहीं, बल्कि विराट कोहली थे।
गौतम गंभीर के साथ कोहली ने ओपनिंग की
श्रीलंका के खिलाफ कोहली ने वनडे क्रिकेट में अपने करियर की पहली पारी खेली। एमएस धोनी कप्तान थे और गौतम गंभीर के साथ कोहली ने ओपनिंग की। लेकिन किस्मत ने उनका ज्यादा साथ नहीं दिया। 12 रन पर नुवान कुलसेकरा की गेंद पर एल्बीडब्ल्यू हो गए। भारत भी वह मैच हार गया। उस वक्त कोई भी नहीं जानता था कि यह छोटा-सा डेब्यू आने वाले वक्त में कितनी बड़ी दास्तां लिखेगा। पहली सीरीज़ में ही उन्होंने अर्धशतक लगाकर चयनकर्ताओं का भरोसा जीता और 2009 में श्रीलंका के खिलाफ पहला शतक जड़कर बता दिया कि उनका करियर लंबा और शानदार होने वाला है। उस दिन से लेकर आज तक विराट ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
17 सालों का विराट सफर
इन 17 सालों में विराट कोहली सिर्फ एक बल्लेबाज नहीं रहे, बल्कि क्रिकेट का दूसरा नाम बन गए। उन्होंने टेस्ट और टी20 से संन्यास ले लिया है, लेकिन वनडे में उनका बल्ला आज भी बोलता है। उनकी फिटनेस, उनकी मेहनत और उनका जुनून करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा है। अब तक विराट कोहली ने 550 इंटरनेशनल मैचों में 27,599 रन बनाए हैं। उनके नाम 82 शतक और 143 अर्धशतक दर्ज हैं। आंकड़े यह बताते हैं कि उन्होंने हर फॉर्मेट में अपना दबदबा बनाया। विराट के ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स की बात करें तो वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक (51)। वनडे में सबसे तेज़ 10,000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज।टेस्ट में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा डबल सेंचुरी (7 बार)। टी20 क्रिकेट में 10,000 रन बनाने वाले पहले भारतीय। बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच में भारत को दो जीत दिलाने वाले इकलौते कप्तान। दो बार सर गारफील्ड सोबर्स अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी।
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