Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

2 +2 वार्ता भारत और अमेरिका के बीच अभूतपूर्व सहयोग लेकर आयाः अमेरिकी सांसद

अमेरिका के दो प्रतिष्ठित सांसदों ने हाल में भारत और अमेरिका के बीच संपन्न हुई टू प्लस टू मंत्री स्तरीय वार्ता के परिणामों का स्वागत करते हुए कहा कि यह बातचीत दोनों देशों के बीच ‘अभूतपूर्व सहयोग’ लेकर आया है।

03:23 PM Oct 29, 2020 IST | Desk Team

अमेरिका के दो प्रतिष्ठित सांसदों ने हाल में भारत और अमेरिका के बीच संपन्न हुई टू प्लस टू मंत्री स्तरीय वार्ता के परिणामों का स्वागत करते हुए कहा कि यह बातचीत दोनों देशों के बीच ‘अभूतपूर्व सहयोग’ लेकर आया है।

अमेरिका के दो प्रतिष्ठित सांसदों ने हाल में भारत और अमेरिका के बीच संपन्न हुई टू प्लस टू मंत्री स्तरीय वार्ता के परिणामों का स्वागत करते हुए कहा कि यह बातचीत दोनों देशों के बीच ‘अभूतपूर्व सहयोग’ लेकर आया है। दिल्ली में भारत-अमेरिका के बीच मंगलवार को संपन्न हुई टू प्लस टू वार्ता में दोनों देशों ने अपने सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने का संकल्प लिया और कुल पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिनमें ‘बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट‘ (बीईसीए) प्रमुख है। इस करार के तहत अत्याधुनिक सैन्य प्रौद्योगिकी, उपग्रह के गोपनीय डाटा और दोनों देशों की सेनाओं के बीच अहम सूचना साझा करने की अनुमति होगी। 
Advertisement
इसके अलावा परमाणु ऊर्जा, पृथ्वी विज्ञान और आयुर्वेद के क्षेत्रों में सहयोग के लिए भी समझौते हुए। इस पर टू प्लस टू वार्ता के तीसरे संस्करण में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा अमेरिका की तरफ से वहां के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने हिस्सा लिया। कांग्रेस के सदस्य एवं सदन की विदेश मामलों की समिति में रिपब्लिकन नेता माइकल टी मैककॉल ने कहा, “अमेरिका-भारत के बीच हुई टू प्लस टू मंत्री स्तरीय वार्ता दोनों देशों के बीच अभूतपूर्व सहयोग लेकर आया है। यह वार्ता हमारे व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर लेकर गई है।“ 
उन्होंने कहा कि बीईसीए भू-स्थानिक सहयोग समझौता समेत टू प्लस टू की उपलब्धियां एक कामयाब महीने में शुमार हुई हैं, जिसमें दोनों देशों ने जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ “क्वाड“ रूपरेखा को गहरा किया है और “चार पक्षीय समुद्री अभ्यास मालाबार“ में ऑस्ट्रेलिया का स्वागत किया है। 
उल्लेखनीय है कि चीन के साथ सीमा विवाद के बीच भारत ने एक अहम कदम उठाते हुए, अमेरिका और जापान के साथ आगामी मालाबार अभ्यास में ऑस्ट्रेलिया के भाग लेने की 19 अक्टूबर को घोषणा की थी। इस प्रकार यह क्वाड के चार देशों के बीच पहला सैन्य-स्तर का अभ्यास बन गया है। मैककॉल ने कहा कि अमेरिका, हिंद- प्रशांत की स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए भारत के साथ काम करना जारी रखेगा और बाहरी आक्रामकता से भारत की संप्रभुता की रक्षा करने में उसके साथ रहेगा। 
हिंद-प्रशांत में चीन द्वारा अपने सैन्य प्रभाव को बढ़ाने की पृष्ठभूमि में भारत, अमेरिका और दुनिया की अन्य शक्तियां क्षेत्र की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने के लिए बातचीत कर रही हैं। क्वाड समूह के विदेश मंत्रियों ने गठबंधन के तहत सहयोग को और बढ़ाने के लिए छह अक्टूबर को वार्ता की थी। कांग्रेस के सदस्य ब्राड शेरमन ने एक ट्वीट में टू प्लस टू मंत्री स्तरीय वार्ता के सफल परिणामों का स्वागत किया। 
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका ने दोनों देशों के रिश्तों को और विस्तार देने के लिए एक और टू प्लस टू मंत्री स्तरीय वार्ता को सफलतापूर्वक संपन्न किया। उन्होंने कहा कि यह देखकर अच्छा लगा कि उन्होंने पिछले साल दिसंबर में भारत कॉकस के अपने सह-अध्यक्ष के साथ जिस अमेरिका-भारत संसदीय आदान प्रदान की स्थापना की थी, उसका उल्लेख किया गया। शेरमन ने कहा कि वह नवंबर में संसदीय आदान प्रदान कार्यक्रम की डिजिटल माध्यम से मेजबानी करने को लेकर उत्सुक हैं। 

भाजपा सांसद मनोज तिवारी के हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी की वजह से हुई इमरजेंसी लैंडिंग

Advertisement
Next Article