भारत ने 2030 Commonwealth Games की मेजबानी के लिए पेश की औपचारिक बोली
2030 Commonwealth Games: साल 2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स कहां आयोजित होंगे, इस पर फैसला अभी बाकी है, लेकिन भारत ने इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी के लिए अपनी दावेदारी औपचारिक रूप से पेश कर दी है। 13 अगस्त को भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की विशेष आम बैठक में यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। अब भारत को 31 अगस्त से पहले अपनी बोली का प्रस्ताव आधिकारिक तौर पर जमा करना होगा।
गुजरात सरकार के अधिकारियों से मुलाकात
आईओए ने इस आयोजन के लिए अहमदाबाद शहर को प्रमुख विकल्प के रूप में चुना है। हाल ही में राष्ट्रमंडल खेल निदेशक डैरेन हॉल के नेतृत्व में एक टीम ने अहमदाबाद का दौरा किया, जहां उन्होंने गुजरात सरकार के अधिकारियों से मुलाकात की और सुविधाओं का जायजा लिया। हालांकि, आईओए अध्यक्ष पी. टी. उषा ने यह स्पष्ट किया कि मेजबान शहर का अंतिम चयन अभी नहीं हुआ है और दिल्ली तथा भुवनेश्वर भी मजबूत दावेदार हैं। पी. टी. उषा ने बैठक के बाद कहा,मुझे खुशी है कि सभी सदस्य एकजुट हैं और यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। अब हम अपनी तैयारी को आगे बढ़ा सकते हैं। अहमदाबाद, भुवनेश्वर और दिल्ली तीनों शहरों में बेहतरीन खेल सुविधाएं हैं, इसलिए मेजबान शहर का फैसला सावधानीपूर्वक लिया जाएगा।
2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की थी
गौरतलब है कि भारत ने इससे पहले 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की थी, जो आयोजन और प्रदर्शन दोनों ही स्तर पर ऐतिहासिक रहा। उस साल भारत ने कुल 101 पदक जीते थे, जिसमें 38 स्वर्ण, 27 रजत और 36 कांस्य पदक शामिल थे। भारत पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा था। 2030 के मेजबान शहर का अंतिम फैसला इस साल नवंबर में ग्लासगो में होने वाली आम सभा में लिया जाएगा। अगर भारत को यह जिम्मेदारी मिलती है, तो यह देश के खेल इतिहास में एक और गौरवपूर्ण अध्याय जोड़ देगा। साथ ही, इस बार आयोजन में सभी खेलों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिए यह एक यादगार खेल महोत्सव बन सके।