3 खालिस्तानी आतंकवादी मुठभेड़ में मारे गए, हथियार जब्त
पंजाब और यूपी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीन आतंकवादी ढेर
पाकिस्तान प्रायोजित खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के तीन सदस्यों के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस और पंजाब पुलिस की एक संयुक्त टीम की मुठभेड़ हुई। पीलीभीत जिले के पूरनपुर इलाके में हुए इस अभियान के दौरान संदिग्धों ने पुलिस पार्टी पर गोलीबारी की। गुरदासपुर में एक पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले तीन ‘आतंकवादियों’ की पहचान गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है। पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में इस ‘सफलता’ की पुष्टि करते हुए कहा की पाक प्रायोजित खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ एक बड़ी सफलता में, यूपी पुलिस और पंजाब पुलिस के एक संयुक्त अभियान में तीन मॉड्यूल सदस्यों के साथ मुठभेड़ हुई, जिन्होंने पुलिस पार्टी पर गोलीबारी की।
In a major breakthrough against a #Pak-sponsored Khalistan Zindabad Force(KZF) terror module, a joint operation of UP Police and Punjab Police has led to an encounter with three module members who fired at the police party.
This terror module is involved in grenade attacks at…
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) December 23, 2024
यादव ने आगे बताया कि आतंकी ग्रुप पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस प्रतिष्ठानों पर ग्रेनेड हमलों में शामिल है।
यह मुठभेड़ पीलीभीत के पूरनपुर पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में हुई, और इसमें पीलीभीत और पंजाब की संयुक्त पुलिस टीमें शामिल थीं। तीनों संदिग्ध कथित तौर पर गुरदासपुर में एक पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमले में शामिल थे। मुठभेड़ के बाद, घायल व्यक्तियों को तत्काल चिकित्सा उपचार के लिए पूरनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया।
आतंकी ग्रुप की जांच जारी है, और अधिकारी समूह के संचालन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए काम कर रहे हैं। इसके अलावा, पंजाब के डीजीपी के अनुसार, ऑपरेशन के दौरान, पुलिस ने दो एके राइफल और दो ग्लॉक पिस्तौल बरामद कीं, माना जा रहा है की इनका इस्तेमाल हमलों में किया गया है।
इस बीच, रविवार को पंजाब पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने पठानकोट में एक बड़े गैंगस्टर मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए दो गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया और चार मैगजीन और 14 कारतूस बरामद किए। पंजाब के डीजीपी ने शनिवार को गिरफ्तारी की पुष्टि की। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान बटाला के राऊवाल निवासी सुनील कुमार उर्फ आशु और बटाला के रायमल निवासी दिलप्रीत सिंह उर्फ दिल के रूप में हुई है।
आरोपी सुनील उर्फ आशु का आपराधिक इतिहास है, जिसमें नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत एक मामला भी शामिल है। एक विज्ञप्ति के अनुसार, उसे 27 फरवरी, 2024 को गुरदासपुर जेल से जमानत पर रिहा किया गया था। यादव ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपियों ने अपने संचालकों के निर्देश पर अमृतसर के अजनाला इलाके से हथियारों की खेप प्राप्त की थी और इसे एक अज्ञात पार्टी को देने के निर्देश दिए गए थे।