Rajasthan: भरतपुर में भूस्खलन से 4 की मौत, 2 घायल; बचाव कार्य जारी
Rajasthan Mudslide: राजस्थान के भरतपुर जिले में मिट्टी का एक हिस्सा धंसने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए, एक अधिकारी ने रविवार को बताया। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), स्थानीय पुलिस और नागरिक सुरक्षा की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि राहत और बचाव अभियान बिना किसी देरी के शुरू हो गया है।
भरतपुर के जिला कलेक्टर कमर चौधरी ने घटना की पुष्टि की और कहा, "कुल 6 लोगों को बचाया गया है। चार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। दो और लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है। दो का इलाज चल रहा है।" कलेक्टर ने भूस्खलन की घटना पर कहा, "एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस और नागरिक सुरक्षा दल मौके पर हैं... कुल प्रभावित लोगों की संख्या का आकलन किया जा रहा है।"
सूरतगढ़ में सबसे ज्यादा बारिश
अगर आंकड़ों की बात करें तो कल पश्चिमी राजस्थान के सूरतगढ़ में सबसे ज्यादा 70 मिमी बारिश दर्ज की गई। उन्होंने आगे बताया कि पूर्वी राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के सज्जनगढ़ में सबसे ज्यादा 130 मिमी बारिश दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि पूर्वी राजस्थान की बात करें तो पूर्वी राजस्थान के बांसवाड़ा के सज्जनगढ़ में सबसे ज्यादा 130 मिमी बारिश दर्ज की गई। राजधानी जयपुर की बात करें तो बस्सी में 113 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञानी ने बताया कि अगले दो दिनों तक राजस्थान में मानसून की सक्रियता जारी रहेगी और पाली, जालौर और बाड़मेर जिलों में बारिश की संभावना है। गंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
दो दिन तक होगी बारिश
उन्होंने कहा, "अगले दो दिनों तक मानसून सक्रिय रहेगा और बारिश का दौर जारी रहेगा। पश्चिमी राजस्थान में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश होगी। खासकर पाली, जालौर और बाड़मेर से सटे जालौर के इलाकों में बारिश जरूर देखने को मिलेगी और कल भी गंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर में गरज-चमक के साथ बारिश हो रही थी और आज और कल भी यह जारी रहेगी। इसके बाद बारिश के दौर में थोड़ी कमी आएगी और पश्चिमी राजस्थान में भारी बारिश का दौर कुछ दिनों के लिए थम जाएगा।" 25 जून को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अलर्ट जारी करते हुए अगले कुछ दिनों में पश्चिमी, मध्य, पूर्वी और दक्षिणी भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी थी।
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