ऑपरेशन सिंदूर में 40 पाक सैनिक और 100 से ज्यादा आतंकी मारे गएः सुरक्षा बलों की पुष्टि
सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन सिंदूर में सफलता पाई
भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हमला कर 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया। इस कार्रवाई में 40 पाक सैनिक भी मारे गए। सेना ने चेतावनी दी कि सीजफायर उल्लंघन पर करारा जवाब दिया जाएगा।
भारत-पाकिस्तान के बीच घोषित 25 घंटे के सीजफायर के बाद रविवार को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी साझा की और पाकिस्तान को दोबारा सीजफायर उल्लंघन की सूरत में करारा जवाब देने की चेतावनी दी। तीनों सेनाओं की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि 7 मई को की गई इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया, जिनमें पुलवामा और कंधार हाईजैक जैसे हमलों के मुख्य आरोपी भी शामिल थे। सेना के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी सेना के 35-40 सैनिक और अफसर भी मारे गए हैं।
पहलगाम हमले के बाद तेज़ हुआ था एक्शन
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने प्रेस वार्ता में बताया कि “आप सभी जानते हैं कि पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की जिस बर्बरता से हत्या की गई, उसने पूरे देश को झकझोर दिया। उसी के जवाब में भारतीय सेना ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत जवाबी कार्रवाई की।” सेना ने सीमा पार पाकिस्तान और पीओके स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इन हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें कंधार हाईजैक और पुलवामा जैसे हमलों से जुड़े तीन कुख्यात आतंकी भी शामिल थे।
पाक सैनिकों को भी भारी नुकसान, भारत ने खोए 5 जवान
जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिकों और अधिकारियों को मार गिराया। वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि यह ऑपरेशन पूरी तरह से सटीक इंटेलिजेंस और कोऑर्डिनेशन पर आधारित था। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि एलओसी और बॉर्डर पर पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में भारत ने अपने 5 जवान खो दिए हैं। सेना प्रमुखों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर पाकिस्तान ने दोबारा सीजफायर का उल्लंघन किया, तो भारत की तरफ से जवाब पहले से भी ज़्यादा सख्त और निर्णायक होगा। DGMO लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा—”भारत शांति चाहता है लेकिन कमज़ोरी नहीं। अगर सीमा पार से फिर कोई नापाक हरकत होती है, तो उसकी कीमत दुश्मन को चुकानी पड़ेगी।”