Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

पुलिस के साथ हुई झड़प के बाद 41 किसानों पर मामला दर्ज

NULL

01:33 PM Sep 21, 2017 IST | Desk Team

NULL

लुधियाना-लोंगोवाल : पंजाब पुलिस और किसानों के मध्य लोंगोवाल में हुए खूनी टकराव के बाद हालात नियंत्रण में है। परंतु स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। देर शाम किसान यूनियन एकता उग्राह की अगुवाई में स्थानीय गूगामाड़ी स्थित किसानों ने रोष धरना आरंभ किया, जो आज दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान किसानों ने शहर में विशाल रोष मार्च निकाला और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी की। दूसरी तरफ लोंगोवाल पुलिस ने इस हिंसक घटना को लेकर 41 के करीब किसानों के खिलाफ सख्ती का रूख अख्तियार करते हुए मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस द्वारा मुख्य मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए है। बड़ी संख्या में पुलिस मुलाजिमों क ी तैनाती के अलावा दंगा नियंत्रण वाहन भी तैनात किए गए है।

जानकारी के मुताबिक वोटों से पहले सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा किसान खुदकुशियों को रोकने के लिए किसानी कर्जे माफ करने के वायदे के खिलाफ भागने के आरोप लगाते हुए पंजाब के किसान 7 संगठनों की संयुक्त अगुवाई के नीचे कर्ज माफी की मंाग को पूरा करवाने के लिए कैप्टन अमरेंद्र सिंह के पटियाला स्थित मोती महल को घेरने के लिए 22 सितम्बर का दिन निश्चित कर रखा है।

इस दौरान पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से सैकड़ों किसान नेताओं को गिरफतार कर लिया गया है, ताकि 22 सितम्बर को किसान और मजदूर कैप्टन के महल के आगे इकटठा ना हो सकें। पुलिस द्वारा बड़े पैमाने पर किसानों की धरपकड़ जारी है। इसी के तहत पुलिस लोंगोवाल में भी किसानों को गिरफतार करने क े लिए पहुंची थी, जिस दौरान झड़प हो गई। इस झड़प में लोंगोवाल के एसएचओ विजय कुमार, थाना मुंशी हरदेव सिंह समेत किसान नेता मनप्रीत सिंह व अन्य आधा दर्जन लोग जख्मी हुए है।

किसान नेताओं के मुताबिक किसानों को गिरफतार करने के लिए पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज किया था जबकि पुलिस का कहना है कि जब पुलिस पार्टी कार्यवाही करने के लिए किसान नेताओं की कोठियों पर पहुंची तो किसानों ने पथराव शुरू कर दिया। फिलहाल किसान और पुलिस के मध्य हुई इस झड़प के बाद किसान नेता जसविंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस ने किसानों के घरों में दाखिल होकर औरतों और बच्चों को धमकाना शुरू कर दिया, जिसके विरोध में लोगों ने नारेबाजी की। पुलिस ने किसानों पर इरादा कत्ल की धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जबकि किसानों के आरोप है कि पुलिस ने उन्हें झूठा फंसाया है।

– सुनीलराय कामरेड

Advertisement
Advertisement
Next Article