यूक्रेन में दिल्ली के 579 लोग फंसे, 299 को वापस लाया गया : अधिकारी
दिल्ली सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के 579 लोग अब भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं और यहां के 299 लोगों को वापस लाया जा चुका है।
04:27 AM Mar 04, 2022 IST | Shera Rajput
Advertisement
दिल्ली सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के 579 लोग अब भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं और यहां के 299 लोगों को वापस लाया जा चुका है।
Advertisement
अब भी यूक्रेन में फंसे हुए लोगों के परिवारों से फोन पर संपर्क किया और मदद की पेशकश की गयी
Advertisement
अधिकारियों ने बताया कि शाम तक जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और उपमंडलीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) समेत जिला प्राधिकारियों ने उन 606 छात्रों के आवास का दौरा किया जिन्हें यूक्रेन से निकाला गया है या जो अब भी वहां फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि 624 लोगों के परिवारों से फोन पर संपर्क किया गया और मदद की पेशकश की गयी।
Advertisement
अधिकारियों ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा दी गई सूची के अनुसार यूक्रेन में दिल्ली के 878 लोग थे।
दिल्ली सरकार यूक्रेन में फंसे लोगों के परिवारों के साथ लगातार संपर्क में
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया,‘‘दिल्ली सरकार यूक्रेन में फंसे लोगों के परिवारों के साथ लगातार संपर्क में है। दिल्ली सरकार हिंडन अथवा इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने वाले राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने संबंधी यात्रा सुनिश्चित करेगी।’’
वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि दिल्ली सरकार के परिवारों से संपर्क करने की कवायद के दौरान यूक्रेन से लौटे कई छात्रों ने उन्हें वापस लाने में भारत सरकार के प्रयासों की तारीफ की। उन्होंने सीमाओं तक पहुंचने में यूक्रेन में आयी मुश्किलों, समन्वय की कमी और छात्रों के भविष्य को लेकर उनकी चिंताओं के बारे में भी बात की।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे दल छात्रों के परिवारों से निजी तौर पर मिल रहे हैं और उन्हें हरसंभव मदद दे रहे हैं। उनकी भलाई के लिए सरकार प्रयास कर रही है। उन्हें बताया जा रहा है कि उनके परिवार के सदस्यों को घर वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा चलाया गया है।’’
हम उन्हें हरसंभव मदद मुहैया करा रहे हैं – दक्षिण जिला प्रशासन
दक्षिण जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा,“हम यूक्रेन में फंसे लोगों के परिवारों के साथ लगातार संपर्क में हैं। हम उन्हें हरसंभव मदद मुहैया करा रहे हैं। हमने उन्हें वापस लाने की प्रक्रिया में लगे अन्य उच्च अधिकारियों के संपर्क में रखा है और उन्हें हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध करा रहे हैं।’’

Join Channel