Himachal Pradesh में भारी बारिश से तबाही, 75 लोगों की मौत 288 घायल
Himachal Pradesh में भारी बारिश और बादल फटने से तबाही मच गई है। आसामान से बरसी आफात से हिमाचल में आम लोगों की जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बता दें कि इस तबाही में सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ है जहां 16 बार बादल फटे थे। कुदरत की इस तबाही के बाद राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) ने मरने वालों और घायलों के आंकडे जारी किए है। इन आंकडों के अनुसार मानसून सीजन में कुल मौतों की संख्या 75 हो गई है। जिसमें 45 लोगों की मौत बारिश से और 30 लोगों की दुर्घटनाएं, बिजली का झटका और गैस विस्फोट से अचानक मौत हुई है।
Himachal Pradesh में बडै पैमाने पर तबाही
बता दें कि राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) ने 20 जून से 4 जुलाई, 2025 तक के आंकड़े जारी किए है इन आंकडों के अनुसार हिमचाल बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। इन आंकडों के अनुसार हिमचाल में कुल 288 लोग घायल हुए हैं और निजी संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुँचा है और कुल मृतकों का आंकड़ा 75 हो गया है। साथ ही सड़कें, कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है।
पशु और पक्षी की मौत
हिमाचल में भारी बारिश और बादल फटने से 10,168 पशु और पक्षी मारे गए। जिनमें 10,000 मुर्गी और 168 मवेशी शामिल थे। ग्रामीण लोगों के पालतू पशु-पक्षी की मौत के बाद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, सरकार ने मृतकों के परिजनों लिए सहायता राशि देने की घोषणा की है और राज्य सरकार भारी बारिश से प्रभावित हुए जिलों में राहत कार्य चला रही है।
कई लोग लापता
बता दें कि 30 जून और 1 जुलाई को हिमाचल में बादल फटने के बाद अभी भी 31 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इस तबाही से बड़े पैमाने पर विनाश हुआ है और कई गांवों का संपर्क भी टूट गया। लगातार भारी वर्षा के पूर्वानुमान जारी किया गया है और आपातकालीन सेवाएं हाई अलर्ट रखी गई है साथ ही अधिकारियों ने भूस्खलन और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने के निर्देश दिए है।
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