चीनी मिलों का एक बड़ा योगदान, इनमे बने सैनिटाइजर से यूपी के 5 हजार गांव हुए सैनिटाइज
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रदेश की 97 चीनी मिलों व छोटी इकाईयां अहम रोल अदा कर रही हैं। खासकर कोरोना की दूसरी लहर तोड़ने में इन्होंने बड़ा योगदान दिया है।
08:17 PM May 31, 2021 IST | Desk Team
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रदेश की 97 चीनी मिलों व छोटी इकाईयां अहम रोल अदा कर रही हैं। खासकर कोरोना की दूसरी लहर तोड़ने में इन्होंने बड़ा योगदान दिया है। चीनी मिलों में बने सैनिटाइजर से अब तक 5 हजार से अधिक गांवों व 4 हजार से अधिक सार्वजनिक कार्यालयों को सैनिटाइज करने का काम किया जा चुका है।
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अपर मुख्य सचिव, आबकारी संजय भूसरेड्डी ने बताया कि चीनी मिलों में लगातार सैनिटाइजर का उत्पादन किया जा रहा है, जिनका इस्तेमाल गांवों में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में किया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए गन्ना क्षेत्रों में लगातार सैनिटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है। किसानों को कोरोना वायरस से बचाव के बारे में भी बताया जा रहा है।
गन्ना विकास विभाग व चीनी मिलों के सहयोग से सेनीटाइजर उत्पादन कार्य लगातार किया जा रहा है, ताकि लोग सुरक्षित रहें। उन्होंने बताया कि चीनी मिलों में बने सैनिटाइजर से अब तक सहारनपुर के 585 गांवों व 128 कस्बों और 393 सार्वजनिक कार्यालयों, मेरठ के 194 गांवों, 18 कस्बों, 139 सार्वजनिक कार्यालयों, मुरादाबाद में 224 गांवों, 20 कस्बें, 358 सार्वजनिक कार्यालयों, बरेली के 152 गांवों, 10 कस्बों, 109 सार्वजनिक कार्यालयों को सैनिटाइज किया गया।
इसी तरह से लखनऊ में 143 गांव, 41 कस्बे और 511 सार्वजनिक कार्यालय, देवीपाटन में 136 गांव, 58 कस्बे, 208 सार्वजनिक कार्यालय, अयोध्या में 21 गांव, 8 कस्बे, 36 सार्वजनिक कार्यालय, गोरखपुर में 25 गांव, 5 कस्बे, 66 सार्वजनिक कार्यालय और देवरिया में 135 गांव, 55 कस्बे, 168 सार्वजनिक कार्यालयों को सैनिटाइज किया गया है। विभाग द्वारा अब तक 4,952 गांवों, 527 कस्बों और 4,489 सार्वजनिक कार्यालयों का सैनिटाइजेशन किया जा चुका है और कोरोना महामारी को रोकने के लिए सैनिटाइजेशन कार्य लगातार किया जा रहा है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी के मुताबिक यूपी की 97 चीनी मिलों व छोटी ईकाईयों ने दूसरी लहर के दौरान 25 मार्च तक 2 करोड़ लीटर सैनिटाइजर का उत्पादन किया है, जोकि एक रिकार्ड है। आबकारी विभाग द्वारा यूपी की चीनी मिलों में तैयार किया गया सैनिटाइजर को दूसरे राज्यों को भी दिया जा रहा है। यूपी की चीनी मिलों व छोटी इकाईयों में रोजाना 6 लाख लीटर सैनिटाइजर का उत्पादन किया जा रहा है, जबकि सैनिटाइजर उत्पादन की क्षमता 6.5 लाख लीटर है।
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