केरल में टला बड़ा हादसा, समंदर में डूबाते जहाज से नौसेना ने बचाईं 24 जिंदगियां-VIDEO
कोच्चि तट पर बड़ा हादसा टला, नौसेना ने किया सफल रेस्क्यू
केरल के कोच्चि तट के पास एक मालवाहक जहाज के डूबने से 24 लोगों की जान खतरे में आ गई थी। भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी को सुरक्षित बचा लिया। इस घटना ने समुद्री सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं और पर्यावरणीय खतरे की चिंता बढ़ा दी है।
Kerala News: केरल के कोच्चि तट के पास से रविवार सुबह एक गंभीर समुद्री हादसा सामने आया है. यहां एक मालवाहक जहाज समुद्र में डूब गया. हालांकि राहत की बात यह रही कि जहाज में सवार सभी 24 लोगों को भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल ने समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया. यह घटना सुबह करीब 7:50 बजे हुई, जिसकी पुष्टि भारतीय तटरक्षक बलों ने की है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) के एमएससी एल्सा-3 नामक जहाज के साथ यह घटना तब हुई जब वह कोच्चि तट के पास गुजर रहा था. जहाज का संतुलन बिगड़ने लगा और उसमें पानी भरने लगा. कुछ ही देर में जहाज पूरी तरह डूब गया.
नौसेना-तटरक्षक बल ने समय रहते बचाई जान
इस दौरान घटना की जानकारी मिलते ही भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना की टीमें तुरंत हरकत में आईं. मुश्किल हालात के बावजूद उन्होंने बहादुरी और तेजी से सभी 24 लोगों को बचा लिया. इस दौरान 21 लोगों को तटरक्षक बल ने नावों और हेलीकॉप्टरों की मदद से सुरक्षित निकाला.
वहीं 3 लोगों को नौसेना के जहाज ‘आईएनएस सुजाता’ ने रेस्क्यू किया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन ने भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के बीच शानदार तालमेल और उनकी कुशल ट्रेनिंग को दिखाने का काम किया.
पर्यावरण को लेकर चिंता
जहाज के डूबने के बाद अब तेल और रासायनिक पदार्थों के रिसाव का खतरा बना हुआ है. एमएससी एल्सा-3 जैसे जहाज आमतौर पर ईंधन और अन्य रसायनों का परिवहन करते हैं. यदि इनमें से कोई पदार्थ समुद्र में रिसता है, तो यह समुद्री जीवन और तटीय इलाकों के लिए खतरनाक हो सकता है. तटरक्षक बल ने बताया कि वे पर्यावरणीय खतरे पर नजर रखे हुए हैं और अगर कोई रिसाव होता है तो उसे रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करेंगे.
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समुद्री सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर समुद्री जहाजों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं.भले ही इस बार सभी लोगों की जान बच गई, लेकिन अगर समय पर मदद नहीं पहुंचती, तो यह हादसा बड़ी त्रासदी बन सकता था.अब इस मामले की जांच की जाएगी, जिससे यह पता चल सके कि जहाज क्यों डूबा और ऐसे हादसों को भविष्य में कैसे रोका जा सकता है.