Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

Amroha: सदियों से मुस्लिम परिवार बना रहा Holi की टोपी, भाईचारे की अनूठी मिसाल

अमरोहा का मुस्लिम परिवार सदियों से बना रहा होली की टोपियां

03:47 AM Mar 07, 2025 IST | IANS

अमरोहा का मुस्लिम परिवार सदियों से बना रहा होली की टोपियां

उत्तर प्रदेश में अमरोहा के मोहल्ला बटवाल में एक मुस्लिम परिवार सदियों से भाईचारे की अनूठी मिसाल पेश कर रहा है। यह परिवार हर साल बड़े प्यार और लगन से हिंदुओं के पवित्र त्योहार होली के लिए रंग-बिरंगी टोपियां तैयार करता है।

परिवार के टोपी कारीगर हुजैफा ने बताया कि इस काम में भले ही मुनाफा कम है, लेकिन दिलों को जोड़ने वाली इस परंपरा को निभाने से जो खुशी मिलती है, उसकी कोई कीमत नहीं। देशभर के कई शहरों से इस परिवार को होली की टोपियों के ऑर्डर मिलते हैं।

ये टोपियां न सिर्फ सिर पर सजने वाली एक रंगीन परंपरा हैं, बल्कि हिंदू-मुस्लिम एकता की एक खूबसूरत तस्वीर भी पेश करती हैं। इस परिवार की मेहनत और समर्पण यह साबित करता है कि जब बात मेलजोल और भाईचारे की हो, तो अमरोहा की गलियों से निकलने वाली यह परंपरा पूरे देश को एकता का संदेश देती है।

हुजैफा ने कहना है कि हमारे यहां हिंदू भाईयों के लिए टोपी बनती हैं। होली के लिए जय श्री राम की टोपी, भगवा रंग के अलावा कई रंगों की टोपी बनती है। टोपी बनाने का काम हमारे दादा के समय से चला आ रहा है। मैं पढ़ाई का साथ-साथ हिंदू भाईयों के लिए टोपी भी बनाता हूं। इसी काम से हमारा परिवार चलता है। इस बार होली पर काम नहीं चल रहा। इस समय मांग बहुत कम है। हमारे यहां से टोपियां बनकर दिल्ली, प्रयागराज (इलाहाबाद), मुरादाबाद, संभल, पाकबड़ा, लखनऊ के अलावा अन्य जिलों में जाती हैं।

बता दें कि देशभर में 14 मार्च को होली का त्योहार मनाया जाएगा, लेकिन मथुरा और बरसाना पर होली का रंग अभी से चढ़ गया है। उत्तर प्रदेश में मथुरा के बरसाना में अभी से होली का खुमार देखने को मिल रहा है। देशभर से राधारानी के दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालु रंगों में रंगे नजर आ रहे हैं। इस बीच, बरसाना के श्रीजी महल में श्रद्धालुओं ने बीते गुरुवार को होली खेली और होली के गीतों पर झूमते भी दिखाई दिए थे।

Advertisement
Advertisement
Next Article