किशोर की हत्या के आरोप में एक पुलिसकर्मी गिरफ्तार, कोतवाल लाइन हाजिर
जिले में घर के बाहर सब्जी बेच रहे एक किशोर की कोरोना कर्फ्यू उल्लंघन के आरोप में पीट-पीटकर कथित रूप से हत्या करने के आरोप में एक पुलिसकर्मी को रविवार को गिरफ्तार किया गया जबकि संबंधित कोतवाल को लाइन हाजिर कर दिया गया।
11:17 PM May 23, 2021 IST | Shera Rajput
जिले में घर के बाहर सब्जी बेच रहे एक किशोर की कोरोना कर्फ्यू उल्लंघन के आरोप में पीट-पीटकर कथित रूप से हत्या करने के आरोप में एक पुलिसकर्मी को रविवार को गिरफ्तार किया गया जबकि संबंधित कोतवाल को लाइन हाजिर कर दिया गया।
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि 17 वर्षीय सब्जी विक्रेता फैसल की हत्या के मामले के आरोप में होमगार्ड जवान सत्य प्रकाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बाकी दो अभियुक्तों आरक्षी विजय चौधरी और सीमावत की तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फैसल की मौत का कारण सिर में चोट लगना बताया गया है।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी रविवार देर शाम पीड़ित परिवार से मिलने उसके घर पहुंचे। उसके कुछ देर बाद जारी बयान में बताया गया कि बांगरमऊ के कोतवाल जितेंद्र कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
कुमार पर आरोप है कि उनके सामने पुलिसकर्मियों ने सब्जी विक्रेता फैसल को बेरहमी से मारा पीटा और वह तमाशबीन बने रहे।
सपा के स्थानीय नेता अधिवक्ता संजीव त्रिवेदी ने मामले की जांच मजिस्ट्रेट से कराने की मांग करते हुए कहा कि इस वक्त मामले की जांच उस कोतवाल को दी गई है जिसके सामने आरोपी पुलिसकर्मियों और होमगार्ड जवान ने नाबालिग सब्जी विक्रेता को पीट पीट कर मार डाला।
उन्होंने कहा कि इससे जाहिर होता है कि इस क्रूर वारदात में कोतवाल जितेंद्र सिंह की भी बराबर की सहमति थी, लिहाजा उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। आरोपी कोतवाल के रहते मामले की निष्पक्ष जांच मुमकिन नहीं है।
गौरतलब है कि शुक्रवार शाम उन्नाव जिले के बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला भटपुरी इलाके में 17 वर्षीय किशोर फैसल घर के बाहर सब्जी बेच रहा था। आरोप के अनुसार कस्बा चौकी पुलिस के सिपाही विजय चौधरी और सीमावत तथा होमगार्ड जवान सत्य प्रकाश ने फैसल को पकड़ लिया और कोरोना कर्फ्यू के उल्लंघन का आरोप लगाकर उसे डंडे से पीटते हुए थाने ले गए, जहां उसकी मौत हो गई।
इस मामले में आरोपी तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। उनमें से दोनों सिपाहियों को निलंबित तथा होमगार्ड जवान को बर्खास्त कर दिया गया है। इस मामले की जांच कोतवाल जितेंद्र सिंह को ही सौंप दी गई थी।
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