केरल में इंडियन नेशनल लीग के दो विरोधी गुटों के समर्थकों के बीच झड़प के बाद पार्टी में पड़ी फूट
केरल में सत्तारूढ़ गठबंधन वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के घटक दल ‘इंडियन नेशनल लीग’ (आईएनएल) के दो विरोधी गुटों में रविवार को फूट पड़ गई। इससे पहले आज यहां दोनों गुटों के समर्थकों के बीच झड़प हुई थी।
11:16 PM Jul 25, 2021 IST | Shera Rajput
केरल में सत्तारूढ़ गठबंधन वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के घटक दल ‘इंडियन नेशनल लीग’ (आईएनएल) के दो विरोधी गुटों में रविवार को फूट पड़ गई। इससे पहले आज यहां दोनों गुटों के समर्थकों के बीच झड़प हुई थी।
आईएनएल के प्रदेश अध्यक्ष ए पी अब्दुल वहाब के नेतृत्व वाले गुट ने महासचिव कासिम इरिक्कूर को निकाल दिया जिसके जवाब में इरिक्कूर के गुट ने वहाब को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया तथा सचिवालय के उन सात सदस्यों को निष्कासित कर दिया जो वहाब के गुट के समर्थक थे।
पिनराई विजयन नीत एलडीएफ सरकार में पार्टी के एकमात्र नामित व्यक्ति अहमद देवरकोविल इरिक्कूर के समर्थन में हैं। इरिक्कूर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कार्यकारी अध्यक्ष बी हंसा हाजी आईएनएल के नए प्रदेश अध्यक्ष हैं। इरिक्कूर ने दावा किया कि उनके गुट को आईएनएल के राष्ट्रीय नेतृत्व का पूरा समर्थन हासिल है।
दोनों गुटों ने अपने निर्णय की घोषणा करने से पहले समर्थकों के साथ बैठकें की थीं। वहाब गुट का आरोप है कि इरिक्कूर आईयूएमएल के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं और उनका इरादा एलडीएफ सरकार को अस्थिर कर विपक्ष को मदद करना है।
इरिक्कूर ने कहा कि आईएनएल एलडीएफ के साथ 1994 से है और पार्टी के इस रुख में कोई बदलाव नहीं होगा। इससे पहले आज दोनों विरोधी गुटों के समर्थक अपने नेताओं की मौजूदगी में आपस में भिड़ गए। वहाब के नेतृत्व में आईएनएल के एक वर्ग के नेताओं ने इरिक्कूर पर अलोकतांत्रिक तरीके से काम करने का आरोप लगाते हुए कार्यकारी समिति की बैठक का बहिष्कार कर दिया जिसके बाद एक होटल के बाहर झड़प हुई।
इससे पहले हुई बैठक में इरिक्कूर ने कथित तौर पर विवरण में लिखा था कि दो वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। इससे नाराज होकर वहाब गुट ने रविवार की बैठक में इस मुद्दे को उठाया जिसके बाद दोनों गुटों के नेताओं के बीच कहासुनी हुई और वहाब गुट के लोग बैठक छोड़कर चले गए।
होटल के बाहर दोनों गुटों के समर्थकों के बीच हो रहे झगड़े को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बड़ी संख्या में घटनास्थल पर पहुंची और उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। इस बीच बंदरगाह मंत्री अहमद देवरकोविल को होटल से बाहर निकाला गया जहां कथित तौर पर कोविड-19 नियमों का उल्लंघन कर बैठक की जा रही थी।
पार्टी के नेताओं ने इस आरोप का खंडन करते हुए दावा किया है कि बैठक कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन करते हुए आयोजित की गई थी।
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