T20 World Cup 2024 की एक ऐसी कहानी, जिसने 17 साल का इंतज़ार खत्म किया
17 साल… इतना लंबा इंतज़ार किसी ट्रॉफी के लिए बहुत कम टीमें करती है और उन टीमों में से एक टीम है हमारी भारतीय क्रिकेट टीम 2007 में पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप जीता था टीम इंडिया ने और उसके बाद साल दर साल उम्मीदें लगी रहीं… लेकिन जीत नहीं मिली। फिर आया 2023… वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल। सबकुछ हमारे पक्ष में था। उस वर्ल्ड वर्ल्ड कप में टीम एक भी मैच नहीं हारी थी। खिलाडियों का फॉर्म था फैंस का सपोर्ट था लेकिन नतीजा वैसा नहीं रहा जैसा देश चाहता था। पूरे हिंदुस्तान का दिल टूटा था उस दिन… लेकिन उसी टूटी हुई उम्मीद से शुरू हुई थी एक नई कहानी
29 जून 2024 भारत ने साउथ अफ्रीका को 7 रन से हराकर 2024 टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया। लेकिन ये जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं थी… ये एक सफर का अंत और एक युग की विदाई भी थी। विराट कोहली और रोहित शर्मा दो ऐसे नाम जो पिछले 15 साल से भारतीय क्रिकेट की पहचान रहे इस जीत के साथ क्रिकेट को अलविदा कह गए। और वो विदाई ऐसी रही, जैसी हर दिग्गज खिलाड़ी डिज़र्व करता है। लेकिन यह जीत इतनी आसान नहीं थी
टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी टीम इंडिया। शुरुआती झटके लगे। यशस्वी जल्दी आउट हुए। रोहित शर्मा भी कुछ खास नहीं कर पाए। लेकिन फिर आए विराट कोहली। और ये वही विराट कोहली थे, जो पूरे टूर्नामेंट में फ्लॉप चल रहे थे। लेकिन बड़े मैचों के बड़े खिलाड़ी ऐसे ही नहीं कहे जाते। विराट ने 76 रनों की वो पारी खेली जिसमें सिर्फ रन नहीं थे बल्कि सी ऐसी फीलिंग्स थी जो उन्होंने मैदान पर दिखाया। अक्षर पटेल वो नाम जिसकी ज्यादा चर्चा नहीं होती लेकिन उन्होंने बखूबी साथ दिया 47 रनों की तेज़ पारी खेली भारत ने 20 ओवर में 176 रन बनाए। एक अच्छा स्कोर, लेकिन वर्ल्ड कप फाइनल में क्या "अच्छा" काफी होता है?
साउथ अफ्रीका की शुरुआत खराब रही, लेकिन फिर आए हेनरिक क्लासेन। एक वक्त ऐसा लग रहा था कि भारत मैच हार चुका है। 16 ओवर में स्कोर था 151/4 . अक्षर के ओवर में क्लासेन ने 24 रन बनाये। पूरा स्टेडियम शांत हो चूका था। सिर्फ क्लासेन के बल्ले की आवाज़ गूंज रही थी। फील्डिंग करते रोहित का चेहरा साफ कह रहा था. मैच हाथ से निकल रहा है। लेकिन टी20 के खेल में सब कुछ 1 ओवर के अंदर बदल जाता है। और वहीं हुआ रोहित ने हार्दिक पंड्या को सौंपी 16वां ओवर। और पहली ही गेंद पर क्लासेन आउट हो गए। यहां से मैच पलटा। क्लासेन आउट होते ही रोहित ने बुमराह को वापस लाया।बुमराह ने किया वही जो उनसे उम्मीद थी। मार्को यान्सन को बोल्ड कर दिया। 18 ओवर में स्कोर था 156/6 अब उम्मीद सिर्फ डेविड मिलर पर टिकी थी। रोहित ने 19वां ओवर अर्शदीप को थमाई और अर्श ने सिर्फ 4 रन दिए पूरा प्रेशर अब साउथ अफ्रीका पर आ चूका था।
20वें ओवर में चाहिए थे 16 रन, हार्दिक पंड्या को गेंदबाजी के लिए लगाया गया, डेविड मिलर थे क्रीज़ पर पहली गेंद लो फुलटॉस, मिलर ने शॉट मारा गेंद जा रही थी लॉन्ग ऑफ बाउंड्री के पार…लेकिन… सूर्यकुमार यादव का वो कैच, जो सिर्फ फाइनल नहीं, पूरी पीढ़ी को याद रहेगा। बाउंड्री के पास छलांग लगाई, गेंद को अंदर उछालकर खुद बाउंड्री के बाहर गए और वापस अंदर आकर कैच कर लिया। वो कैच नहीं वर्ल्ड कप था इंडिया के लिए। भारत 7 रन से मैच जीत गया। 17 साल बाद टी-20 वर्ल्ड कप, 11 साल बाद कोई ICC ट्रॉफी, विराट कोहली की आंखें नम थीं…रोहित शर्मा घुटनों पर बैठकर आसमान की तरफ देख रहे थे। एक सपना, जो अधूरा रह गया था 2023 में वो पूरा हुआ 2024 में। लेकिन उस फाइनल में आखिरी बार विराट कोहली और रोहित शर्मा एक साथ ट्रॉफी उठाते हुए दिखे मैच के बाद विराट ने कहा "अब और कुछ नहीं चाहिए, यही आखिरी था।" रोहित भी इमोशनल थे। "मैंने जो सपना देखा था, वो आज पूरा हुआ है।" ये सिर्फ एक जीत नहीं थी। ये एक युग का एंड था। विराट-रोहित का आखिरी डांस… और पूरे हिंदुस्तान के लिए जश्न की सबसे बड़ी वजह।