Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

Aaj Ka Panchang 05 September 2025: आज के दिन भगवान शिव की करें आराधना, जानें- 5 सितंबर का पंचांग और विशेष मुहूर्त

05:00 AM Sep 05, 2025 IST | Shera Rajput
Aaj Ka Panchang 05 September 2025

Aaj Ka Panchang 05 September 2025: आज 5 सितंबर 2025, शुक्रवार है। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन चंद्रमा मकर राशि में गोचर करेंगे, जिसके स्वामी शनि देव हैं।

5 सितंबर 2025 को शुक्र प्रदोष व्रत और दक्षिण भारत का सबसे प्रमुख त्योहार ओणम है जिसे थिरुवोणम के रूप में मनाया जाता है। शुक्र प्रदोष व्रत सुख और सौभाग्य बढ़ाने वाला माना गया है। मान्यता है कि जो लोग इस दिन प्रदोष काल में भोलेनाथ पर दही और दूध अर्पित करते हैं उनके आर्थिक संकट दूर होते हैं। वहीं ओणम राजा बलि के स्वागत के रूप में मनाया जाता है।

Aaj Ka Panchang 05 September 2025- आज के व्रत और त्यौहार

शुक्र प्रदोष व्रत – सुख, सौभाग्य और आर्थिक प्रगति के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल मिलता है।

पूजा विधि – स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें, शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, भांग-धतूरा अर्पित करें। शिव चालीसा, मंत्र जाप और आरती करें।

ओणम (थिरुवोणम) – दक्षिण भारत का प्रमुख त्योहार। इसे राजा बलि के स्वागत के रूप में बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है।

प्रदोष काल की पूजा के लिए सबसे शुभ मूहूर्त और पूजा विधि

प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल के दौरान करना बेहद शुभ होता है। 5 सितंबर को प्रदोष काल शाम 06 बजकर 50 मिनट से शुरू होगा और 07 बजकर 59 मिनट तक रहेगा।

प्रदोष काल के दिन आपको सुबह और शाम दोनों समय पूजा करनी चाहिए। हालांकि इस दिन पूजा के लिए शाम का वक्त यानि प्रदोष काल बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन स्नान-ध्यान के बाद आपको स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए। इसके बाद भगवान शिव का पूजन शुरू करना चाहिए। पूजन में भगवान शिव को फूल, अक्षत, जल, भांग-धतूरा, बेलपत्र आपको अर्पित करने चाहिए। संभव हो तो शिवलिंग का जलाभिषेक भी अवश्य करें। इसके बाद शिव चालीसा और शिव जी के मंत्रों का जप आपको करना चाहिए। पूजा के दौरान प्रदोष व्रत की कथा कथा का पाठ भी अवश्य करें। पूजा के अंत में भगवान शिव की आरती का पाठ करना चाहिए और प्रसाद का वितरण करना चाहिए।

आज के विशेष उपाय

आज का मंत्र – “ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:”

सरल उपाय – भगवान शिव का दुग्धाभिषेक करें।

वनस्पति तंत्र उपाय – गूलर के वृक्ष पर जल अर्पित करें।

कुल मिलाकर, 5 सितंबर 2025 का दिन शुभ कार्यों और पूजा-पाठ के लिए अनुकूल है। खासकर प्रदोष काल का समय भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत मंगलकारी रहेगा।

Aaj Ka Panchang 05 September 2025- आज के विशेष योग और नक्षत्र

तिथि – त्रयोदशी

नक्षत्र – श्रवण (रात 11:38 बजे तक)

योग – शोभन योग

वार – शुक्रवार

शुभ-अशुभ समय

ब्रह्म मुहूर्त – प्रातः 04:52 से 05:38 बजे तक

संध्या मुहूर्त – 05:15 से 06:24 बजे तक

अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:12 से 01:02 बजे तक

राहुकाल – सुबह 10:42 से 12:16 बजे तक

प्रदोष काल पूजा का शुभ समय – शाम 06:50 से 07:59 बजे तक

सूर्योदय और चंद्रोदय

सूर्योदय – 06:24 ए.एम.

सूर्यास्त – 06:50 पी.एम.

चंद्रोदय – 05:17 पी.एम.

चंद्रास्त – 06 सितंबर को प्रातः 04:48 ए.एम.

तो इस प्रकार था Aaj Ka Panchang  ऐसे ही और पंचांग (Panchang) जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ और आगे पढ़े : – आज दिन है बेहद खास, जानें- किन राशियों को मिलेगा लाभ और कौन रहें सावधान?

Advertisement
Advertisement
Next Article