Aaj Ka Panchang 29 September 2025: आज अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि, जानें-शुभ मुहूर्त और राहुकाल
Aaj Ka Panchang 29 September 2025: 29 सितंबर 2025, सोमवार को अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। इस दिन मूल नक्षत्र और सौभाग्य योग का संयोग बन रहा है। चंद्रमा दिनभर धनु राशि में रहेंगे। यह दिन अत्यंत शुभ और सकारात्मक फल देने वाला माना गया है।
सोमवार का महत्व
सोमवार के दिन भगवान शिव और चंद्रदेव की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन भक्त महादेव की आराधना करते हैं तो जीवन में सफलता और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। चंद्रदोष से मुक्ति पाने के लिए शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभ माना गया है। इससे मानसिक शांति मिलती है और कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। सोमवार का व्रत साधक को संतोष और धैर्य प्रदान करता है।
Aaj Ka Panchang 29 September 2025: नवरात्रि और देवी पूजन
इस दिन शारदीय नवरात्रि का सातवां दिन है। सप्तमी तिथि पर मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है। मां कालरात्रि की उपासना से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां नष्ट होती हैं और साधक निर्भीक होकर धर्म और कर्म के मार्ग पर अग्रसर होता है।
29 सितंबर 2025 का पंचांग: व्रत एवं त्योहार
शारदीय नवरात्रि का सातवां दिन – माता कालरात्रि की पूजा।
सूर्य और चंद्रमा की स्थिति
सूर्योदय – प्रातः 06:21 बजे
सूर्यास्त – सायं 06:12 बजे
चंद्रदय – दोपहर 12:21 बजे
चंद्रास्त – रात्रि 11:16 बजे
सूर्य की स्थिति – कन्या राशि में
चंद्रमा की स्थिति – धनु राशि में
दिन के शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 11:53 बजे से 12:40 बजे तक
ब्रह्म मुहूर्त – 04:45 बजे से 05:33 बजे तक
अमृत मुहूर्त – 11:19 बजे रात्रि से 01:05 बजे रात्रि तक
राहुकाल और अशुभ समय
राहुकाल – 07:50 बजे से 09:19 बजे तक
यमगंड – 10:48 बजे से 12:17 बजे तक
कुलिक – 01:45 बजे से 03:14 बजे तक
दुर्मुहूर्त – 12:40 बजे से 01:28 बजे तक, 03:02 बजे से 03:50 बजे तक
वर्ज्यम् – 12:41 बजे से 02:26 बजे तक, 04:31 बजे से 06:16 बजे तक
Aaj Ka Panchang 29 September 2025: 29 सितंबर 2025 का दिन सोमवार, सप्तमी तिथि, नवरात्रि और देवी कालरात्रि की आराधना के कारण विशेष महत्व रखता है। यह दिन भगवान शिव और चंद्रदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए उत्तम है। शुभ मुहूर्त में पूजा-पाठ और व्रत करने से साधक को उत्तम फल प्राप्त होंगे, जबकि राहुकाल और अशुभ समय से बचना चाहिए।