W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

कब तक चलेंगे वार-पलटवार

NULL

08:54 AM Jan 31, 2018 IST | Desk Team

NULL

कब तक चलेंगे वार पलटवार
Advertisement

नई दिल्ली : व्यापारियों के जी का जंजाल बन चुकी सीलिंग को लेकर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं आम आदमी पार्टी (आप) के नेता आमने-सामने आ गए हैं। एक ओर आप सीलिंग के मुद्दे पर भाजपा पर व्यापारियों का गुमराह करने का आरोप लगा रही है तो वहीं भाजपा आप को व्यापारियों को झूठा हितैषी बता रही है। इस मुद्दे पर मंगलवार को आप के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने मुझसे मिलने के लिए सुबह का वक्त मांगा था। मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से पत्र के जरिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को सूचित कर दिया गया था कि मुख्यमंत्री आवास पर उनका और उनके सहयोगियों का स्वागत है।

मंगलवार सुबह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अपने सहयोगियों के साथ मुख्यमंत्री आवास पर आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मुझे इस बात की सूचना मिली कि भाजपा के लोग मुझसे मिलना चाहते हैं। तो मुझे बहुत खुशी हुई लेकिन जब भाजपा के नेताओं ने बंद कमरे में बात करने को कहा तो मुझे बहुत दुख हुआ। हमने इस मुद्दे पर विधायकों के साथ मीडिया के सामने बैठकर चर्चा करने की बात कही थी क्योंकि ये दिल्ली की जनता और दिल्ली के व्यापारियों से जुड़ा गंभीर मसला है। मेरी इस बात को सुनकर भाजपा नेता वहां से चले गये। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी अपने दूसरे सहयोगियों के साथ सीलिंग को लेकर मुलाकात की सूचना मैंने एलजी साहब को भी दी थी कि दिल्ली के सभी सांसद, विधायक और मेयर को लेकर मैं आपके पास आने के लिए तैयार हूं ताकि सीलिंग को लेकर कुछ स्थाई समाधान निकालकर दिल्ली के व्यापारियों को राहत दी जा सके।

केजरीवाल ने कहा कि ‘ऐसा पहली बार होता कि सभी पार्टियों के लोग एक साथ मिलकर दिल्ली के व्यापारियों की समस्या को सुलझाने के लिए प्रयासरत होते और ये पूरे देश में एक उदाहरण होता। लेकिन सीलिंग की समस्या का सीएम ने कहा कि दिल्ली में सीलिंग का मुद्दा बड़ा है, जिसके चार मुख्य कारण हैं। इसका जिक्र मैंने गत 25 जनवरी को एलजी साहब को लिखे ख़त में किया था। इसके अनुसार पहला कारण लोकल शॉपिंग सेंटर के एफ़एआर बढ़ाने का है जिसे 180 से बढ़ाकर 300 किया जाना चाहिए, यह सिर्फ उपराज्यपाल महोदय के अधिकार क्षेत्र में आता है।

नोटिफाइड कमर्शियल सड़कों पर कन्वर्जन चार्ज को बेहद कम किया जाए, ये काम भी एलजी साहब को करना है। इसके अलावा बेसमेंट का एफ़एआर और कन्वर्जन चार्ज तुरंत उपरी मंजली के बराबर ही अधिसूचित किया जाना चाहिए, यह काम भी एलजी साहब ही कर सकते हैं। साथ हीकन्वर्जन चार्ज पर लेट फ़ीस को पूरी तरह से माफ किया जाना भी शामिल है ये भी एलजी साहब ही कर सकते हैं।

अधिक जानकारियों के लिए बने रहिये पंजाब केसरी के साथ।

Advertisement
Advertisement
Author Image

Advertisement
Advertisement
×