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AAP ने 2021 में दिल्ली से बाहर जनाधार बढ़ाने का प्रयास किया, इस वर्ष इन चुनौतियों से करना होगा सामना

अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी (आप) ने बीते साल दिल्ली से बाहर अपना जनाधार बढ़ाने का अभियान शुरू किया।

04:41 PM Jan 02, 2022 IST | Desk Team

अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी (आप) ने बीते साल दिल्ली से बाहर अपना जनाधार बढ़ाने का अभियान शुरू किया।

अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी (आप) ने बीते साल दिल्ली से बाहर अपना जनाधार बढ़ाने का अभियान शुरू किया। इसके साथ ही पार्टी ने 2022 में होने वाले दिल्ली नगर निगम के चुनाव पर भी ध्यान केंद्रित किया है, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में है। 
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पार्टी संविधान में कुछ संशोधन भी किए 
पिछले साल 28 जनवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने छह राज्यों – उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव लड़ने से संबंधित पार्टी के फैसले की घोषणा की। आप ने अपनी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं के मद्देनजर पार्टी संविधान में कुछ संशोधन भी किए हैं, क्योंकि इसके कुछ खंड से राज्यों में पार्टी के उभरने में ‘‘कठिनाइयां’’ आ रही थीं। आप के संविधान में इस बदलाव से अब एक ही परिवार के एक से अधिक लोगों को पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की अनुमति भी मिल गई है। 
‘आप’ ने चलाया चुनावी दांव 
पार्टी ने उस वक्त सुर्खियां बटोरीं, जब केजरीवाल और उनके सहयोगियों ने पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और गोवा में राजनीतिक रैलियां, बैठकें और अन्य कार्यक्रम आयोजित करना शुरू कर दिया, जिसमें मुफ्त शिक्षा, मुफ्त और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं, नौकरियों, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता, महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये देने और 24 घंटे बिजली देने का वादा किया गया। 
पार्टी ने 2022 में छह राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया  
आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा, ‘‘आप के लिए यह साल काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है, खासकर इसके विस्तार के लिहाज से, क्योंकि पार्टी ने 2022 में छह राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता आगामी चुनाव में आप की जीत सुनिश्चित करने के लिए ‘‘अथक’’ परिश्रम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम पंजाब में अपनी सरकार बनाने जा रहे हैं।’’ 
उन्होंने दावा किया कि उन्हें उत्तर प्रदेश के लोगों से ‘‘बहुत अच्छी प्रतिक्रिया’’ मिल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव (पिछले साल हुए) में 83 सीटें जीतीं, 40 लाख वोट हासिल किए।’’ सिंह उत्तर प्रदेश में आप के राजनीतिक मामलों के प्रभारी हैं। 
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए किए गए भूमि सौदों में कथित भ्रष्टाचार  
सिंह ने 2021 में उस समय सुर्खियां बटोरीं, जब उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए किए गए भूमि सौदों में कथित भ्रष्टाचार सहित योगी आदित्यनाथ सरकार में भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों को उठाया। आप ने वर्ष 2021 में जनवरी में महाराष्ट्र के पंचायत चुनावों में 13 जिलों में 70 सीटों पर जीत हासिल की, फरवरी में पार्टी ने गुजरात में सूरत नगर निगम (एसएमसी) के चुनाव में 27 सीटें हासिल की और नगर निगम में मुख्य विपक्ष के रूप में उभरी। एक हफ्ते बाद आप ने गुजरात के ग्रामीण और अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में 42 सीटों पर विजय हासिल की। उसने तालुका पंचायतों में 31, नगरपालिकाओं में नौ और जिला पंचायत की दो सीटों पर जीत हासिल की। 
राष्ट्रीय राजधानी के लोग तीनों नगर निगमों में आप को सत्ता में लाने के लिए बेताब हैं 
आप ने मार्च में दिल्ली के पांच नगर वार्ड के उपचुनाव में चार पर जीत हासिल की। इसके बाद केजरीवाल ने कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी के लोग तीनों नगर निगमों में आप को सत्ता में लाने के लिए बेताब हैं। साल के अंत में आप चंडीगढ़ नगर निगम में अग्रणी पार्टी बनकर उभरी। साथ ही पार्टी ने पहली बार नगर निगम के चुनाव में 35 में से 14 वार्ड में जीत हासिल की।  
पंजाब में पार्टी के राजनीतिक मामलों के सह प्रभारी एवं पार्टी प्रवक्ता राघव चड्ढा ने दावा किया, ‘‘पंजाब में मौजूदा परिस्थितियों के बीच हम राज्य में नंबर एक पार्टी के रूप में उभर रहे हैं। सभी सर्वेक्षण दिखा रहे हैं कि हम अन्य सभी से आगे हैं, अगर कल चुनाव हुए तो हम अपनी सरकार बनाएंगे।’’  
पंजाब में 112 सीटों में से 20 पर जीत हासिल कर राज्य में मुख्य विपक्षी दल बनी  
आप उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी चुनावी शुरुआत करेगी, जबकि वह गोवा, गुजरात और पंजाब में दूसरी बार चुनाव मैदान में उतरेगी। पार्टी 2017 में गोवा और गुजरात में हुए विधानसभा चुनावों में खाता नहीं खोल पाई थी। हालांकि, पंजाब में 112 सीटों में से 20 पर जीत हासिल कर राज्य में मुख्य विपक्षी दल बनी। 
जाने माने राजनीतिक विश्लेषक और लोकनीति-सीएसडीएस के सह-निदेशक संजय कुमार ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘अगर मौजूदा रूझान को देखें तो मुझे लगता है कि आप अपने विस्तार की राह पर है।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी का भविष्य आगामी चुनावों में उसकी सफलता पर निर्भर करेगा और पंजाब में आप के ‘जीतने की बहुत अच्छी संभावना’ है।
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