महाराष्ट्र के सांगली में 'पीएम आवास योजना' के तहत बने करीब 70,000 घर
महाराष्ट्र: केंद्र सरकार ने देश की बड़ी आबादी को ध्यान में रखकर कई सारी जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई हैं। 'प्रधानमंत्री आवास योजना' इसी में से एक है, जो महाराष्ट्र के सांगली जिले में प्रभावी ढंग से लागू है। 'प्रधानमंत्री आवास योजना' पीएम मोदी के द्वारा चलाई गई महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इसके तहत जरूरतमंद लोगों को पक्के मकान बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। सांगली जिले में इस योजना के माध्यम से करीब 70,000 मकान बनाए गए हैं।
केंद्र सरकार की लोगों को आर्थिक मदद
इलाके की ग्राम पंचायत अधिकारी ने मीडिया को बताया, क्षेत्र में मजदूरी करके अपना जीवन यापन करने वाले और गरीब वर्ग के अधिक लोग हैं। इन लोगों को पक्के घर की आवश्यकता थी। हमने ग्राम पंचायत की तरफ से सर्वे किया। सर्वे में जो लोग योजना के अनुकूल पाए गए उनकी लिस्ट आगे बढ़ाई। बहुत से गरीब लोगों को पक्का मकान मिल गया। 'प्रधानमंत्री आवास योजना' सांगली जिला समन्वयक नंदिनी घनेकर ने कहा, हमारे यहां 2016 से प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू है। उस समय से आज तक योजना के माध्यम से करीब-करीब 70,000 आवास बने हैं, जिसमें 2021-22 में 50,000 से अधिक बने। बहुत से मकान पूरे होने की ओर हैं, जिन पर तेजी से काम चल रहा है। हमने जिले में बहुत ही सफलता के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना को क्रियान्वित किया है। योजना के माध्यम से जिले में जो आवास बने हैं, उसको लेकर लोग बहुत खुश हैं।
गरीब वर्ग को मिले पक्के मकान
योजना के एक लाभार्थी ने बताया कि मैं पहले मिट्टी के घर में रहने के लिए मजबूर था, जिसमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। लेकिन केंद्र सरकार की योजना के बदौलत मेरे पास अब खुद का पक्का मकान है। उल्लेखनीय है कि 2014 से, केंद्र सरकार के माध्यम से अधिक से अधिक लाभार्थियों की खोज करने और उन्हें आवास प्रदान करने के प्रयास किए गए हैं। उस दृष्टि से, सांगली जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब तक 69 हजार 800 आवास वितरित किए गए हैं। इस योजना के कारण, लाभार्थियों का अपना घर पाने का सपना पूरा हुआ है।