
राजधानी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने करीब 5 करोड की ठगी के मामले में 15 सालों से फरार चल रहे एक जालसाज को गिरफ्तार किया है। इस ठग की गिरफ्तारी पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया हुआ था। पुलिस ने बताया कि इस जालसाज का नाम प्रदीप शर्मा है। इसकी उम्र 50 साल है। ये जालसाज पिछले काफी समय से अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली हरियाणा में लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर प्रदीप शर्मा को बहादुरगढ़ से गिरफ्तार किया है। प्रदीप शर्मा पर आरोप है कि उनसे अपने साथियों के साथ मिलकर फर्ज़ी दस्तावेजों के जरिये बैंकों से करोड़ों का लोन लिया और उसके बाद फरार हो गया।
पुलिस को लंबे समय से तलाश

पुलिस लंबे समय से प्रदीप की तलाश कर रही थी, लेकिन ये पहचान बदलकर पुलिस को गुमराह कर हर बार बच निकलने में कामयाब हो जाता था। दरअसल साल 2008 में प्रदीप शर्मा ने पश्चिम विहार इलाके में एक मकान किराए पर लिया था। प्रदीप ने अपने भाई और साथियों के साथ मिलकर उस मकान के फर्ज़ी दस्तावेज बनाए और फिर उस प्रॉपर्टी के आधार पर अलग अलग 2 बैंकों से 2.3 करोड़ का लोन ले लिया और उसके बाद उस प्रॉपर्टी को असली मालिक बनकर 3 करोड़ में बेच दिया और फरार हो गया।
हरियाणा के झज्जर का रहने वाला है प्रदीप
पुलिस के मुताबिक प्रदीप शर्मा हरियाणा के झज्जर का रहने वाला है और शादीशुदा है। उसके परिवार में उसकी पत्नी, दो बेटी और एक बेटा है। प्रदीप 8वीं तक शिक्षित है। फिलहाल वो बेरोजगार है। पहले एक बीमा कंपनी में प्रतिनिधि के रूप में काम करता था और पिछले 15 वर्षों से अपनी गिरफ्तारी बचने के लिए दिल्ली और हरियाणा में अपना ठिकाना बदल रहा था।