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सिसोदिया-सत्येंद्र फिर होंगे गिरफ्तार! ACB ने इस मामले में भेजा समन, बढ़ी AAP की टेंशन

भ्रष्टाचार मामले में फिर घिर सकते हैं सिसोदिया-सत्येंद्र

11:13 AM Jun 04, 2025 IST | Neha Singh

भ्रष्टाचार मामले में फिर घिर सकते हैं सिसोदिया-सत्येंद्र

सिसोदिया सत्येंद्र फिर होंगे गिरफ्तार  acb ने इस मामले में भेजा समन  बढ़ी aap की टेंशन

दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को सरकारी स्कूलों की कक्षाओं के निर्माण से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में समन जारी किया है। आरोप है कि आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान 2,000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। इस मामले में दोनों नेताओं को फिर से गिरफ्तार किया जा सकता है, जिससे पार्टी की टेंशन बढ़ गई है।

आम आदमी पार्टी की मुश्किलें फिर से बढ़ गई हैं। जमानत पर जेल से बाहर आए मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन एक बार फिर फंसते नजर आ रहे हैं। दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने भ्रष्टाचार के मामले में दोनों नेताओं को समन जारी किया है। ACB ने सत्येंद्र जैन को 6 जून को पेश होने के लिए बुलाया है, जबकि मनीष सिसोदिया को 9 जून को पेश होने के लिए बुलाया है। बता दें यह समन आप की पिछली सरकार में सरकारी स्कूलों की क्लासस बनाने से जुड़े भ्रष्टाचार में जारी किया गया है। यह समन दिल्ली सरकार द्वारा स्कूलों में कक्षाओं और सेमी परमानेंट स्ट्रक्चर के निर्माण से जुड़े एक बड़े घोटाले के संबंध में जारी किया गया है।

2,000 करोड़ रुपये का है घोटाला

30 अप्रैल को एसीबी ने दोनों नेताओं के खिलाफ 12748 क्लासरूम या अर्ध-स्थायी संरचनाओं के निर्माण से जुड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की थी। आरोप है कि जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी, तब करीब 2,000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। यह घोटाला 12,748 क्लासरूम या सेमी परमानेंट स्ट्रक्चर के निर्माण के दौरान हुआ था।

Delhi School Classrooms

उस समय मनीष सिसोदिया के पास वित्त और शिक्षा विभाग थे, जबकि सत्येंद्र जैन के पास स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, गृह, शहरी विकास और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय थे।

सीवीसी की रिपोर्ट दबा दी गई

ACB का नेतृत्व करने वाले संयुक्त आयुक्त मधुर वर्मा ने बताया कि केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) के मुख्य तकनीकी परीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर FIR दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, ‘सीवीसी के मुख्य तकनीकी परीक्षक की रिपोर्ट में परियोजना में कई गड़बड़ियां बताई गई थीं और रिपोर्ट को करीब तीन साल तक दबा दिया गया।’ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17-ए के तहत अनुमति मिलने के बाद मामला दर्ज किया गया।

पहले भी जा चुके हैं जेल

गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया कथित दिल्ली शराब घोटाले मामले में पहले ही 17 महीने जेल में रह चुके हैं। वहीं, सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 2 साल से ज्यादा हिरासत में रह चुके हैं। दोनों नेता फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। अब एक बार फिर दोनों नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के नए मामले से आम आदमी पार्टी की चिंता बढ़ गई है। पार्टी का कहना है कि यह बीजेपी की राजनीतिक साजिश है और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।

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