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चिकित्सक मामले को लेकर अभाअविमो सडक़ पर उतरेगा

चिकित्सक भगवान का रूप माना जाता है। घटना के 15 दिन बीत जाने के बाद भी जांच कमिटी का गठन नहीं किया जाना सरकार पर प्रश्न-चिन्ह ला खड़ा करता है।

07:36 PM Nov 01, 2018 IST | Desk Team

चिकित्सक भगवान का रूप माना जाता है। घटना के 15 दिन बीत जाने के बाद भी जांच कमिटी का गठन नहीं किया जाना सरकार पर प्रश्न-चिन्ह ला खड़ा करता है।

पटना : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव एवं मनोरोग चिकित्सक के बीच उत्पन्न मामले को लेकर अखिल भारतीय अपराध विरोधी मोर्चा सडक़ पर उतरेगा। मगध होटल में मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत ङ्क्षसह राठौर ने पत्रकारों को संबोधित कर कहा कि डा. नरेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह आईक्रियोट्रिक्ट अवार्ड से सम्मानित चिकित्सक हैं।

महज शर्ट का ऊपरी बटन खुला रहने पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार द्वारा चैम्बर में खड़ा रखते अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जाना पदाधिकारी के मानसिक दिवालियापन का द्योतक है। सरकार को जानकारी होने के बावजूद भी ऐसे पदाधिकारी पर कार्रवाई नहीं किया जाना नागरिकों के अधिकार का हनन है। चिकित्सक भगवान का रूप माना जाता है। घटना के 15 दिन बीत जाने के बाद भी जांच कमिटी का गठन नहीं किया जाना सरकार पर प्रश्न-चिन्ह ला खड़ा करता है।

श्री राठौर ने केन्द्र व राज्य सरकार को पत्र लिखकर उक्त पदाधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग कर कहा कि अगर सरकार 15 दिनों के अन्दर कोई कार्रवाई नहीं करती है तो मोर्चा लोकतांत्रिक तरीके से सडक़ पर उतरकर आन्दोलन कर सरकार को बाध्य करने का काम करेगा। डा. एनपी सिंह ने कहा कि गलत से बटन खुला रहने पर पदाधिकारी द्वारा बुरा भला कहते हुए कक्ष से बाहर करनार चिकित्सा जगत का अपमान है।

यह ब्यूरोक्रेसी लेटर है। ऐसी मानसिकता रखने वाले पदाधिकारी पर कार्रवाई नहीं हेाने से मनोबल बढ़ेगा। इस अवसर पर मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव अशोक कुमार जैन, हृदय बिहारी सिंह, प्रदेश महासचिव राजू सहाय, प्रदेश अध्यक्ष राहुल कुमार, कुमार अभिषेक सिंह, मनोज कुमार सिंह, मनोज लाल दास मनु समेत अन्य उपस्थित थे।

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