Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

सस्ती विद्या और सभी के लिए रोजगार : AISF

NULL

01:31 PM Jul 04, 2017 IST | Desk Team

NULL

लुधियाना  : प्रत्येक वर्ग के विद्यार्थियों के लिए एक जैसी हासिल विद्या की  मांग को लेकर देश में अनेकों सालों से चले आ रहे भाईचारे की रक्षा के लिए आल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ) लुधियाना इकाई ने राष्ट्रीय स्तर पर कन्याकुमारी से लेकर हुसैनीवाला तक ‘भारत बचाओ- भारत बदलो’ मुहिम के तहत लॉग मार्च करने का निर्णय किया है, जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थी वर्ग शामिल होंगे।

दोराहा में विद्यार्थियों और नौजवानों की एक विशेष बैठक को संबेाधित करते हुए एआईएसएफ के लुधियाना जिला आगु दीपक कुमार , कार्तिका, दलजीत कौर, अजय कुमार और ऋषि कुमार ने संयुक्त जानकारी देते हुए बताया कि उपरोक्त जत्था विद्यार्थियों और देश को आ रही समस्याओं को लेकर उनके हल के लिए 15 जुलाई से शुरू होकर समस्त देश के अलग-अलग हिस्सों से होता हुआ पंजाब के कई जिलों से गुजरकर 12 सितरबर को हुसैनीवाला पहुंचेगा, जहां जत्थे द्वारा देश में सामाजिक सदभावना, स्त्री-पुरूष की बराबरी, सस्ती विद्या, विद्या में विज्ञानिक दृष्टिकोण और सभी के लिए रोजगार का पैगाम लोगों में ले जाया जाएंगा।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव कामरेड करतार सिंह भुवानी ने कहा कि अनेकों शहीदों ने कुर्बानिया देकर इस देश को आजाद करवाया और सबके लिए न्याय, लिंग, जातपात और धर्म पर आधारित भेदभाव से रहित भारत का सपना देखा था, परंतु उन सपनों के विपरीत आज देश बहुत ही खतरनाक दौर से गुजर रहा है, क्योंकि ऐसी अनेकों शक्तियां सत्ता में काबिज है,  जो देश और समाज को बांटकर लाभ उठाना चाहती है। शहीद भगत सिंह स्वप्रों को पूरा करने के लिए ऐसी नौजवान पीढ़ी और विद्यार्थियों का कर्तव्य बनता है कि वह देश के सभी शहीदों के विचारों के मुताबिक एकधर्म र्निपेक्ष और सामाजिक न्याय वाले भारत को मजबूत करने और लोकतंत्र को सही रूप में लागू करवाएं। पार्टी के सहायक सचिव डॉ अरूण मित्रा ने कहा कि केंद्र में भाजपा-मोदी सरकार आरएसएस द्वारा नियुक्त सरकार है, जो उनके ही फैसलों को देश में लागू करती है।

इसलिए हिंदू राष्ट्र की बातें करके अल्प संख्यक और दलितों को डराने-धमकाने और कत्ल करने तक की घटनाएं विशेषकर जिन सूबों में इनकी सरकारें है, वहां आम हो रही है। अलग विचार रखने वालों को देशद्रोही करार दिया जा रहा है, जबकि इतिहास गवाह है कि आरएसएस और इससे संबंधित संस्थाओं ने आजादी के संघर्ष में ना केवल कोई हिस्सा नहीं लिया बल्कि अंग्रेजों की मुखबरी ही की। सवारकर जिसको यह बड़ा महान गिनते है, माफी मांगकर अंडेमान की जेल से बाहर आया, आज यह हमारे संविधान को बदलकर हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है। इसके खिलाफ संघर्ष की जरूरत है। इस मौके पर नौजवान आगु जसविंद्र सिंह ने देशभक्ति के गीत सुनाएं, स्कूल के विद्यार्थी कंवलजीत सिंह ने भी हिस्सा लिया और जन ज्ञान- विज्ञान जत्थे के आगु एसएस भाटिया ने अपने विचार रखें।

– रीना अरोड़ा

Advertisement
Advertisement
Next Article