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गोरखालैंड आंदोलन भारत का अंदरूनी मसला : शेर बहादुर देउबा

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06:16 PM Jun 28, 2017 IST | Desk Team

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गोरखालैंड आंदोलन भारत का अंदरूनी मसला   शेर बहादुर देउबा
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नयी दिल्ली : नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने पश्चिम बंगाल के दार्जलिंग हिल्स में अलग गोरखालैंड राज्य के लिए चलाए जा रहे आंदोलन को भारत का अंदरूनी मसला करार देते हुए कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे को सुलझा सकते हैं। काठमांडो स्थित अपने कार्यालय में इण्डियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (आई.एफ.डब्लू.जे.) के एक प्रतिनिधिमंडल से बातचीत में देऊबा ने गोरखालैंड आंदोलन के मामले से दूरी बनाते हुए संकेत दिया कि नेपाल इस आंदोलन का समर्थन नहीं करता। आई.एफ.डब्लू.जे के अध्यक्ष के। विक्रम राव के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल बीते सप्ताह नेपाल की 10 दिवसीय अध्ययन यात्रा पर था। एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के नेता विमल गुरूंग की अगुवाई में अलग गोरखालैंड राज्य के लिए नस्ली आधार पर समर्थन जुटाने के प्रयास के संदर्भ में देउबा ने यह टिप्पणी की।

गौरतलब है कि दार्जिलिंग से सटे सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने अलग गोरखालैंड राज्य के लिए चलाए जा रहे आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। विज्ञप्ति के मुताबिक, नेपाल की मीडिया में गोरखालैंड आंदोलन के प्रति समर्थन दिखा है। इसी संदर्भ में राव ने जब प्रधानमंत्री देउबा से सवाल पूछा कि चूंकि गोरखा जन भी नेपाल मूल के हैं, तो ऐसे में उनके देश का इस मुद्दे पर क्या रुख है, इस पर नेपाल के प्रधानमंत्री ने अपनी वैचारिक दूरी स्पष्ट दर्शाते हुए कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। पूर्वी उथर प्रदेश में बाढ़ की समस्या पर किए गए सवाल के जवाब में देउबा ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रेरक पहल करें तो नेपाल तत्पर है। भारतीय पत्रकारों की इस नेपाल यात्रा के शीर्षक [8220]विश्वनाथ से पशुपतिनाथ बरास्ते गोरखनाथ[8221] की प्रशंसा करते हुए नेपाली प्रधानमंत्री ने दक्षिण भारत के तीर्थस्थल तिरूपति तथा पशुपति (काठमाण्डो) के श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नजदीकी बढ़ाने का आग्रह किया।

नेपाल के मौजूदा हालात के बारे में पूछे जाने पर देउबा ने कहा कि पिछले दिनों शांतिपूर्ण तरीके से हुआ सथा परिवर्तन दिखाता है कि नेपाल में लोकतंत्र की जड़ें पहले से अधिक गहरी हुई हैं। पिछले दिनों माओवादी नेता पुष्प कमल दहल प्रचण्ड ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देउबा के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ किया था। नेपाल में महिलाओं की दशा पर प्रधानमंत्री ने बताया कि आजकल हो रहे पंचायत निर्वाचन में एक-तिहाई पद महिलाओं के लिए आरक्षित है। महापौर और उप-महापौर में एक पद महिलाओं को मिलता है। नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भण्डारी महिला हैं।

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