For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

आजाद के बाद फिर उठे कांग्रेस में बगावत के सुर, पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग

देश की राजनीति में चल रहे सियासी बवंडर के बीच कांग्रेस पार्टी अभी तक दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने और पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ आरोपों की झड़ी से उबर नहीं पाई है। इस बीच राजस्थान में एक बार फिर से पार्टी में बगावत के स्वर उठने लगे हैं।

12:47 AM Aug 30, 2022 IST | Desk Team

देश की राजनीति में चल रहे सियासी बवंडर के बीच कांग्रेस पार्टी अभी तक दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने और पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ आरोपों की झड़ी से उबर नहीं पाई है। इस बीच राजस्थान में एक बार फिर से पार्टी में बगावत के स्वर उठने लगे हैं।

आजाद के बाद फिर उठे कांग्रेस में बगावत के सुर  पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग
देश की राजनीति में चल रहे सियासी बवंडर के बीच कांग्रेस पार्टी अभी तक दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने और पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ आरोपों की झड़ी से उबर नहीं पाई है। इस बीच राजस्थान में एक बार फिर से पार्टी में बगावत के स्वर उठने लगे हैं।
Advertisement
एससी आयोग के अध्यक्ष विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने गहलोत खेमे को बदलने के साथ ही सचिन पायलट की पैरवी शुरू कर दी है। उन्होंने पार्टी आलाकमान से मांग की है कि युवा सचिन पायलट को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जाए। उन्होंने आगे कहा कि जब सचिन पायलट अपने लोगों के साथ मानेसर गए थे तो पार्टी उन्हें कई वादों के साथ वापस ले आई थी। इसलिए पार्टी को अपना वादा पूरा करना चाहिए।
पायलट को मुख्यमंत्री बनाने में पार्टी को क्या दिक्कत है?
बैरवा ने मीडिया से सवालिया लहजे में पूछा कि पायलट को मुख्यमंत्री बनाने में पार्टी को क्या दिक्कत है? 100% युवा और उनकी जाति के लोग उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि गहलोत 40 साल से राजनीति कर रहे हैं। उन्हें आगे आकर दूसरी पंक्ति के युवाओं को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें मीडिया के माध्यम से जानकारी मिल रही है कि गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद दिया जा रहा है. उन्हें यह पद स्वीकार करना चाहिए, यह एक बड़ा पद है। उन्होंने आगे कहा कि आज के हालात में कोई एक व्यक्ति सत्ता लाने में सक्षम नहीं है. इसलिए हर जाति के नेताओं को आगे लाना चाहिए, जिन्हें पार्टी ने बहुत कुछ दिया है, अब उन्हें पार्टी के लिए कुर्बानी देनी चाहिए।
Advertisement
Advertisement
Author Image

Advertisement
×