भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद चमका रुपया, डॉलर से इतना हुआ मजबूत
सीजफायर के बाद रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत
सीजफायर के बाद भारत-पाक सीमा पर तनाव कम होने से भारतीय रुपये में उछाल आया है। डॉलर के मुकाबले रुपया 74 पैसे मजबूत होकर 84.62 पर पहुंचा। विदेशी निवेशकों की खरीदारी ने स्थानीय मुद्रा को समर्थन दिया।
Rupee Opens Stronger: भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर सीजफायर से तनाव कम होने और अमेरिका-चीन ट्रेड डील से बाजार में आए साकारात्मक रुझान ने भारतीय रुपये की चमक को बढ़ाने का काम किया है. आज यानी मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 74 पैसे और मजबूत होकर 84.62 प्रति डॉलर पर आ गया है. विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि भारतीय परिसंपत्तियों में फॉरेन इन्वेस्टर्स की लगातार रुचि और खरीदारी ने स्थानीय मुद्रा को जबरदस्त सपोर्ट किया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों ध्वस्त कर दिया. दोनों देशों के बीच भारी तनाव के बाद भारत और पाकिस्तान ने गोलीबारी और मिलिट्री एक्शन को फौरन रोकने के लिए शनिवार को सीजफायर की घोषणा की.
सीजफायर के बाद चमका रुपया
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के सकारात्मक असर विदेशी मुद्रा बाजार में देखने को मिले. अंतरबैंक बाजार में रुपया मंगलवार को 84.70 प्रति डॉलर की दर से खुला. शुरुआती कमजोरी के बाद यह 84.74 तक लुढ़का, लेकिन बाद में इसमें सुधार हुआ और यह 84.62 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. शुक्रवार को रुपया 85.36 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था, जिससे यह कुल मिलाकर 74 पैसे मजबूत हुआ.
लाल निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार, IT शेयरों में गिरावट
अवकाश के कारण सोमवार को बाजार रहा बंद
वहीं सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अवकाश रहा. इस दौरान, डॉलर की वैश्विक स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स प्रमुख छह मुद्राओं के मुकाबले 20 प्रतिशत गिरकर 101.58 पर पहुंच गया.
शेयर बाजार में दिखी कमजोरी
इस बीच आज यानी मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का रुख रहा. बीएसई सेंसेक्स 902.68 अंक लुढ़ककर 81,527.22 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी में भी 207.15 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 24,717.55 के स्तर पर आ गया. वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतों में हल्की गिरावट देखने को मिली. यह 0.22 प्रतिशत घटकर 64.82 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गई.
एफआईआई की सक्रियता और वैश्विक संकेत
हालांकि शेयर बाजार में गिरावट रही, लेकिन विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को भारतीय शेयरों में निवेश जारी रखा. एफआईआई ने कुल 1,246.48 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे. इस बीच, अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव में थोड़ी नरमी आई है. दोनों देशों ने एक-दूसरे पर लगाए गए अधिकांश शुल्कों को 90 दिनों के लिए स्थगित करने पर सहमति जताई है, जिससे वैश्विक बाजार को कुछ राहत मिली है.